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डालसा और जेएसएलपीएस की पहल से बसंती लुगुंन की घर वापसी, परिवार में खुशी

 

न्यूज़ लहर संवाददाता

झारखंड: सारंडा जंगल के करमपादा गांव की बसंती लुगुंन की घर वापसी संभव हो सकी, thanks to डालसा (DLSA) और जेएसएलपीएस (JSLPS) के प्रयासों से। माता-पिता की मृत्यु के बाद बसंती को उसके बड़े मामा-मामी ने पाला, लेकिन गांव में काम की कमी के कारण परिवार आर्थिक संकट से जूझ रहा था। इसी बीच, उसकी दीदी और जीजा उसे रोजगार दिलाने के लिए दिल्ली ले गए, लेकिन नाबालिग (16 वर्ष) होने के कारण उसे काम नहीं मिला।

काम की तलाश में वह अपने परिजनों से बिछड़ गई और दिल्ली रेलवे स्टेशन पर पुलिस जांच के दौरान पकड़ी गई। पुलिस ने उसे चाइल्ड होम भेज दिया और वहां से उसकी जानकारी चाईबासा के चाइल्ड प्रोटेक्शन यूनिट (CDPU) को भेजी गई।

 

बसंती के परिवार की तलाश का जिम्मा डालसा के पीएलवी दिल बहादुर को सौंपा गया। चूंकि करमपादा घने जंगलों में स्थित है, इसलिए जेंडर सीआरपी कुलदीप कौर और ग्राम संगठन की अध्यक्ष लक्ष्मी कुमारी की मदद से परिवार का पता लगाया गया। इसके बाद बसंती की पूरी जानकारी CDPU चाईबासा को भेजी गई।

प्रक्रिया पूरी होने के बाद, बसंती को दिल्ली से चाईबासा लाया गया और चाइल्ड वेलफेयर कमिटी (CWC) चाईबासा के निर्देशानुसार कानूनी प्रक्रिया पूरी कर उसे उसकी दोनों मौसियों को सौंप दिया गया। बसंती की घर वापसी से परिवार में खुशी का माहौल रहा और पूरे गांव ने उसके सुरक्षित लौटने पर राहत महसूस की।

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