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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने प्रयागराज महाकुंभ में लगाई पवित्र डुबकी, संगम तट पर की पूजा-अर्चना

 

न्यूज़ लहर संवाददाता

प्रयागराज। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को प्रयागराज महाकुंभ मेले के दौरान पवित्र त्रिवेणी संगम में स्नान कर धर्म और संस्कृति के इस महायज्ञ में सहभागिता निभाई। संगम में डुबकी लगाने के बाद राष्ट्रपति ने विधि-विधान से गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम स्थल पर पूजा-अर्चना की। इस दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी उनके साथ मौजूद रहे।

पवित्र स्नान और धार्मिक अनुष्ठान

 

राष्ट्रपति मुर्मू सोमवार सुबह प्रयागराज पहुंचीं, जहां उनका भव्य स्वागत किया गया। इसके बाद वह संगम तट पहुंचीं और आचार्यों व विद्वानों के मार्गदर्शन में वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच स्नान किया।

माना जाता है कि संगम में स्नान करने से समस्त पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। स्नान के बाद राष्ट्रपति ने विशेष पूजा-अर्चना की और देशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की।

राज्यपाल और मुख्यमंत्री भी रहे मौजूद

 

इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने महाकुंभ मेले के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह मेला भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिकता का प्रतीक है, जिसमें करोड़ों श्रद्धालु भाग लेते हैं।

सुरक्षा के कड़े इंतजाम

 

राष्ट्रपति के आगमन को देखते हुए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए थे। संगम क्षेत्र और आसपास के इलाकों में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात था। ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों की मदद से पूरे क्षेत्र पर निगरानी रखी गई थी।

महाकुंभ की भव्यता

 

महाकुंभ मेला भारतीय संस्कृति का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन है, जहां हर बारह साल में करोड़ों श्रद्धालु देश-विदेश से संगम में स्नान के लिए आते हैं। यह केवल एक धार्मिक आयोजन ही नहीं, बल्कि भारतीय आस्था, अध्यात्म और एकता का प्रतीक भी है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का महाकुंभ में शामिल होना इस आयोजन की भव्यता को और बढ़ा देता है।

राष्ट्रपति ने महाकुंभ मेले के आयोजन और प्रयागराज की व्यवस्था की सराहना की और संगम तट पर बिताए गए पलों को अद्भुत बताया। उनके इस दौरे से महाकुंभ मेला और भी खास बन गया।

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