जमशेदपुर में बढ़ते सड़क हादसों पर एनसीपी युवा मोर्चा ने जताई चिंता, मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर की मांग
न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड।जमशेदपुर से एनसीपी युवा मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव सह प्रवक्ता डॉ. पवन पांडेय ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखकर शहर में लगातार बढ़ रही सड़क दुर्घटनाओं पर गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने पत्र में उल्लेख किया कि जमशेदपुर हादसों का शहर बनता जा रहा है, जहां आए दिन बड़ी मालवाहक गाड़ियों की चपेट में आकर आम नागरिकों की जान जा रही है।
उन्होंने कहा कि शहर की घनी आबादी के बीच कई कंपनियां स्थित हैं, जिनके भारी वाहनों का लगातार आवागमन होता रहता है। कई बार ये वाहन निर्धारित यातायात नियमों की अनदेखी करते हैं, जिससे बड़े हादसे होते हैं। इंट्री और नो-इंट्री के समय में भारी वाहनों के संचालन के कारण दुर्घटनाएं आम हो गई हैं।
इन हादसों के बाद स्थानीय लोग और पीड़ित परिवार मुआवजे की मांग को लेकर प्रदर्शन करते हैं, फिर मुआवजा दिया जाता है और मामला शांत कर दिया जाता है। इसके बाद अगली दुर्घटना की प्रतीक्षा होने लगती है, जिससे ऐसा प्रतीत होता है कि जमशेदपुर के लोग केवल दुर्घटना न होने की प्रार्थना ही कर सकते हैं।
डॉ. पवन पांडेय ने शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को इन दुर्घटनाओं को रोकने में पूरी तरह विफल बताते हुए कहा कि आवश्यकता के अनुसार ट्रैफिक बल में जवानों की कमी है। यदि देशभर का विश्लेषण किया जाए तो संभवतः शहर के भीतर सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों के मामले में जमशेदपुर शीर्ष पर होगा।
उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की कि या तो शहर में भारी वाहनों का परिचालन केवल रात में किया जाए या फिर ट्रैफिक पुलिस की संख्या में वृद्धि की जाए। उन्होंने कहा कि ट्रैफिक पुलिस केवल कागजी कार्रवाई तक सीमित न रहे, बल्कि सड़क जाम को रोकने, यातायात को सुचारू रूप से संचालित करने और सड़क दुर्घटनाओं को शून्य पर लाने की दिशा में कार्य करे। इससे आम नागरिकों की बेवजह सड़क दुर्घटनाओं में जान जाने से बचाई जा सकेगी।