निषाद पार्टी के पूर्व प्रदेश सचिव ने की आत्महत्या, मंत्री और उनके बेटों पर लगाए गंभीर आरोप
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न्यूज़ लहर संवाददाता
उत्तर प्रदेश : महराजगंज जिले में निषाद पार्टी युवा मोर्चा के पूर्व प्रदेश सचिव धर्मात्मा निषाद ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इस घटना से पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया। आत्महत्या से पहले उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर की, जिसमें उन्होंने योगी सरकार के मंत्री डॉ. संजय कुमार निषाद और उनके बेटों को अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया है।
सोशल मीडिया पर आखिरी संदेश
अपने अंतिम पोस्ट में धर्मात्मा निषाद ने लिखा कि उन्होंने समाज के शोषित, वंचित और निर्बल लोगों की आवाज उठाने के लिए काफी संघर्ष किया, लेकिन इस दौरान उन्हें फर्जी मुकदमों, जेल और राजनीतिक साजिशों का सामना करना पड़ा। उन्होंने लिखा कि पिछले 10 वर्षों से वे मंत्री डॉ. संजय कुमार निषाद और उनके परिवार के साथ संगठन के लिए काम कर रहे थे, लेकिन जब उनकी लोकप्रियता बढ़ने लगी, तो मंत्री और उनके बेटों ने उनके खिलाफ साजिशें रचनी शुरू कर दीं।
धर्मात्मा निषाद ने अपने पोस्ट में लिखा—
“मैं अपनी जिंदगी की लड़ाई हार गया। यह मेरा आखिरी संदेश है।”
उन्होंने आगे बताया कि कैसे उनके ही साथियों को उनके खिलाफ भड़काया गया और उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया।
पुलिस कर रही जांच
घटना की जानकारी मिलते ही पनियरा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने बताया कि मामले की गहन जांच की जा रही है और आत्महत्या के पीछे के कारणों की पड़ताल की जाएगी।
मंत्री और निषाद पार्टी की प्रतिक्रिया
इस मामले पर अब तक मंत्री डॉ. संजय कुमार निषाद या उनकी पार्टी की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। हालांकि, धर्मात्मा निषाद के आत्महत्या से पहले किए गए सोशल मीडिया पोस्ट के कारण मामला तूल पकड़ सकता है।
राजनीतिक हलचल तेज
धर्मात्मा निषाद की आत्महत्या से राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। विपक्षी दलों ने इस मुद्दे पर सरकार और निषाद पार्टी पर निशाना साधते हुए न्यायिक जांच की मांग की है।
फिलहाल पुलिस सोशल मीडिया पोस्ट, परिजनों के बयान और अन्य साक्ष्यों के आधार पर मामले की जांच कर रही है।