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पश्चिमी सिंहभूम में आकांक्षी जिले के मुख्य संकेतकों पर समीक्षा बैठक आयोजित* 

 

न्यूज़ लहर संवाददाता

झारखंड: पश्चिम सिंहभूम जिला समाहरणालय स्थित सभागार में आज एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसमें अवर सचिव, वित्तीय सेवा विभाग, भारत सरकार जॉय सक्सेना की अध्यक्षता में आकांक्षी जिले के मुख्य संकेतकों पर चर्चा की गई। इस बैठक में जिले के बैंक समन्वयकों, डीडीएम-नाबार्ड, जेएसएलपीएस और सीएफएल (अग्रगति व स्वाधार) ने भाग लिया।

बैठक की शुरुआत में जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक ने सभी उपस्थित सदस्यों का स्वागत किया और बैठक के उद्देश्य से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि निर्धारित मुख्य संकेतकों में शत-प्रतिशत उपलब्धि हासिल करने का लक्ष्य मार्च 2023 तक था, जिसे अब मार्च 2025 तक बढ़ा दिया गया है।

अग्रणी जिला प्रबंधक ने 31 दिसंबर 2024 तक आकांक्षी जिला कार्यक्रम के तहत मुख्य प्रदर्शन संकेतकों (KPI) पर जिले की उपलब्धियों की जानकारी दी। जिले में कुल 18,03,493 बचत खाते हैं, जिनमें 89% खातों को आधार से जोड़ा गया है, जबकि 8,13,553 जनधन खातों में 90% खातों को आधार से जोड़ा गया है। इसके अलावा, 71% रुपये कार्ड निर्गत किए गए हैं।

सामाजिक सुरक्षा योजनाओं में पीएमजेजेबीवाई (PMJJBY), पीएमएसबीवाई (PMSBY), और एपीवाई (APY) के तहत जिले की उपलब्धि राष्ट्रीय लक्ष्य से कहीं अधिक रही है। प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2023-24 में 233.30 करोड़ रुपये के ऋण वितरित किए गए हैं, और 2024-25 के तृतीय तिमाही तक 154.09 करोड़ रुपये के मुद्रा ऋण स्वीकृत किए गए हैं।

बैठक में सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के सफल कार्यान्वयन के लिए बैंक समन्वयकों ने अपने सुझाव दिए। इसके अलावा, आधार से संबंधित मुद्दों पर भी चर्चा की गई, जिसमें ग्राहक का अलग-अलग बैंकों में खाता होना और एक से अधिक बैंकों में सामाजिक सुरक्षा योजना के तहत टैगिंग होना शामिल था। अवर सचिव जॉय सक्सेना ने इन सुझावों को सराहा और सभी का धन्यवाद किया।

यह बैठक आकांक्षी जिले के विकास में वित्तीय समावेशन और सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित हुई।

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