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_रेखा गुप्ता बनीं दिल्ली की चौथी महिला मुख्यमंत्री, 6 विधायकों ने भी ली मंत्रीपद की शपथ_*

 

न्यूज़ लहर संवाददाता

नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में 27 साल बाद भाजपा की सरकार बन गई। एक दिन पहले विधायक दल की नेता चुनी गईं रेखा गुप्ता ने मुख्यमंत्री के रूप में पद तथा गोपनीयता की शपथ ली। एलजी वीके सक्सेन ने शपथ दिलाई।इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित भाजपा का शीर्ष नेतृत्व मंच पर उपस्थित रहा। रेखा गुप्ता के बाद प्रवेश वर्मा ने मंत्री पद की शपथ ली। तीसरे नंबर पर आशीष सूद, तो चौथे नंबर पर मनजिंदर सिंह सिरसा का शपथग्रहण हुआ। इसके बाद रविन्द्र इंद्रराज, कपिल मिश्रा और डॉ. पंकज कुमार सिंह ने शपथ ली।

एनडीए के सहयोगी दलों के नेता भी उपस्थित रहे। अब सभी नजर पहली कैबिनेट मीटिंग पर है। देखना यही है कि पहली मीटिंग में क्या निर्णय लिए जाते हैं। साथ ही पोर्टफोलियो आवंटन पर भी नजर रहेगी।

इससे पहले शपथ ग्रहण के लिए अपने निवास से निकलने के बाद रेखा यादव हनुमान मंदिर गई। यहां माथा टेका और रामलीला मैदान पहुंचीं। रास्ते में समर्थकों का हुजूम रहा। उन्होंने सभी का अभिवादन स्वीकार किया।

दिल्ली के ऐतिहासिक रामलीला मैदान में शपथ ग्रहण के लिए देश की बड़ी हस्तियां पहुंचीं। सुरक्षा के भारी बंदोबस्त रहे। कुछ घंटों के लिए रास्ते भी बंद रहेंगे, जिसके लिए एडवाइजरी जारी कर दी गई थी।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित भाजपा का शीर्ष नेतृत्व और भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री शपथ ग्रहण का गवाह बने। हालांकि यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ बजट सत्र के कारण दिल्ली नहीं आ सकें।

मुख्यमंत्री की रेस में थे कई नाम, ऐसे सत्ता के शीर्ष पर पहुंचीं रेखा गुप्ता

 

दिल्ली में भाजपा की सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री पद के लिए नाम तो कई चले, लेकिन भाजपा नेतृत्व ने 50 वर्षीय रेखा गुप्ता के नाम पर भरोसा जताया। छात्र राजनीति के जरिये दिल्ली की सत्ता के शीर्ष पर पहुंची रेखा ने शालीमार बाग विधानसभा क्षेत्र से आप उम्मीदवार बंदना कुमारी को 29,000 से अधिक वोटों से हराकर जीत हासिल की है।

मुख्यमंत्री की रेस में प्रवेश वर्मा, शिखा राय, विजेंद्र गुप्ता, अजय महावर, जितेंद्र महाजन, आशीष सूद, पवन शर्मा आदि का नाम चल रहा था, लेकिन बाजी पहली बार विधानसभा पहुंची रेखा गुप्ता ने जीती।

वह तीन बार पार्षद रह चुकी हैं। इस बार भी पार्षद रहते हुए विधानसभा चुनाव लड़ीं और आप की बंदना कुमारी को शिकस्त दे दी। बीते दो चुनाव से रेखा उनसे हार रही थीं।

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