उरांव समाज रक्तदान समूह के सक्रिय रक्तदाता शुभम लकड़ा की तत्परता से मिली सावित्री बहादुर को जीवनदान*
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न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड:चाईबासा में आज एक दिल को छूने वाली घटना घटी जब चाईबासा की एक महिला, सावित्री बहादुर, जिनका इलाज रिम्स रांची में चल रहा था, को ऑपरेशन के लिए दो यूनिट B पॉजिटिव ब्लड की अत्यंत आवश्यकता थी। महिला के परिवार वाले ब्लड की तलाश में परेशान थे, लेकिन मदद का कोई रास्ता नहीं दिख रहा था। इस बीच, जैसे ही उरांव समाज रक्तदान समूह के प्रमुख सदस्य और “ब्लडमेन” के नाम से मशहूर लालू कुजूर को इस स्थिति का पता चला, उन्होंने तुरंत एक कदम आगे बढ़ते हुए समूह के सक्रिय रक्तदाता शुभम लकड़ा से संपर्क किया।
लालू कुजूर ने शुभम से अनुरोध किया कि वह इस संकट की घड़ी में मदद करें और जल्द से जल्द रक्तदान के लिए रिम्स रांची पहुंचें। शुभम लकड़ा ने बिना समय गंवाए मदद की और रक्तदान करने के लिए रिम्स रांची पहुंच गए। उन्होंने न केवल रक्तदान किया, बल्कि सावित्री बहादुर की स्थिति की जानकारी भी ली, जिससे यह साफ हुआ कि उनका ऑपरेशन अब सुचारू रूप से हो सकेगा और उनका इलाज जल्दी शुरू हो पाएगा।
इस अद्वितीय उदाहरण ने यह सिद्ध कर दिया कि जब समाज एकजुट होता है, तो कोई भी संकट हल किया जा सकता है। शुभम लकड़ा की त्वरित प्रतिक्रिया और उरांव समाज रक्तदान समूह के सदस्यों की सहायता से एक जीवन को बचाने में सफलता मिली। यह घटना समाज में रक्तदान के महत्व को और भी उजागर करती है और हमें अपने कर्तव्यों को समझने की प्रेरणा देती है।
इस तरह के सहयोग से समाज में सकारात्मक बदलाव आ सकता है और अधिक से अधिक लोग रक्तदान के प्रति जागरूक हो सकते हैं।