बिल्डर की दबंगई: अनुसूचित जनजाति परिवार से मारपीट कर जबरन घर खाली कराने की कोशिश
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न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड।जमशेदपुर के सोनारी नया लाइन निवासी अनुसूचित जनजाति की चंपा देवी का परिवार इन दिनों भय और दहशत के साए में जीने को मजबूर है। इलाके के एक बड़े बिल्डर ने उनके मकान को जबरन खाली कराने के लिए न केवल धमकियां दीं, बल्कि चंपा देवी और उनके पति धनेश्वर सिंह के साथ मारपीट भी की। इतना ही नहीं, दबाव बनाने के लिए आरोपियों ने घर के बाहर निर्माण सामग्री गिरा दी और मकान की दीवार को भी तोड़ दिया।
पीड़ित परिवार ने इस मामले में सोनारी पुलिस, उपायुक्त, वरीय पुलिस अधीक्षक, अनुमंडल पदाधिकारी और अनुसूचित जनजाति आयोग को लिखित आवेदन देकर न्याय और सुरक्षा की गुहार लगाई है।
फर्जी दस्तावेज से हड़पने की कोशिश
प्राप्त जानकारी के अनुसार, चंपा देवी का मकान पुश्तैनी है, जिसे टाटा स्टील ने उनके दादा ससुर के नाम आवंटित किया था। लेकिन हाल ही में इलाके के बिल्डर शैलेश जैन उर्फ शेरू, दर्शन जैन और बसंत अग्रवाल ने दावा किया कि उन्होंने यह मकान खरीद लिया है और परिवार को इसे खाली करने के लिए मजबूर करने लगे।
24 फरवरी से ही बिल्डर लगातार घर खाली करने की धमकी दे रहे थे। 26 फरवरी को वे फिर से घर पहुंचे और जातिसूचक गालियां देते हुए चंपा देवी से बदसलूकी की। जब उनके पति धनेश्वर सिंह ने विरोध किया तो उनके साथ मारपीट की गई और गला दबाने की कोशिश भी की। इसके अलावा, आरोपियों ने कोर्ट के फर्जी कागजात दिखाकर जबरन हस्ताक्षर करवाने का दबाव भी बनाया।
बेटे की पढ़ाई पर पड़ा असर
चंपा देवी ने बताया कि आरोपियों ने उनके मकान के बाहर जबरन निर्माण सामग्री गिरा दी और दीवार भी तोड़ दी, जिससे परिवार को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उनके बेटे की नौवीं कक्षा की परीक्षा चल रही है, लेकिन घर के हालात को देखते हुए वह घबराया रहता है और पढ़ाई पर असर पड़ रहा है।
पीड़ित परिवार ने लगाई सुरक्षा की गुहार
इस मामले को लेकर चंपा देवी ने पुलिस और प्रशासन से उचित कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि आरोपी दबंग प्रवृत्ति के हैं और वे जबरन उनका घर हड़पने की साजिश रच रहे हैं। पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए प्रशासन से शीघ्र हस्तक्षेप की उम्मीद है।