महिला कॉलेज चाईबासा में ‘विकसित भारत’ राष्ट्रीय युवा संसद 2025 की घोषणा

न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड: महिला कॉलेज चाईबासा में आज एक महत्वपूर्ण प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया, जिसमें ‘विकसित भारत’ राष्ट्रीय युवा संसद 2025 के आयोजन की आधिकारिक घोषणा की गई। यह कार्यक्रम भारत सरकार के युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य युवाओं को एक राष्ट्रीय मंच प्रदान करना और उन्हें नीति-निर्माण की प्रक्रिया से जोड़ना है।
प्रेस वार्ता के दौरान महिला कॉलेज की प्राचार्या डॉ. प्रीतिबाला सिन्हा ने बताया कि यह युवा संसद पश्चिमी सिंहभूम जिले के युवाओं को अपने विचार रखने का अवसर देगी। उन्होंने कहा कि इस मंच के माध्यम से युवा देश के विकास में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर सकेंगे। उन्होंने मीडिया से भी अनुरोध किया कि इस महत्वपूर्ण आयोजन का व्यापक प्रचार किया जाए ताकि अधिक से अधिक युवा इससे जुड़ सकें और अपने विचार व्यक्त करने का अवसर प्राप्त कर सकें।
इस अवसर पर नोडल पदाधिकारी डॉ. अर्पित सुमन और जिला युवा पदाधिकारी श्री क्षितिज ने भी कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 18 से 25 वर्ष की आयु के युवा इस प्रतियोगिता में भाग ले सकते हैं। इसके लिए प्रतिभागियों को ‘विकसित भारत’ विषय पर एक मिनट का वीडियो बनाकर My Bharat Portal पर अपलोड करना होगा। वीडियो हिंदी या अंग्रेजी भाषा में हो सकता है और इसका अधिकतम आकार 25 MB निर्धारित किया गया है। पंजीकरण 27 फरवरी 2025 से शुरू होकर 09 मार्च 2025 तक चलेगा।
जिला स्तर पर 150 प्रतिभागियों का चयन किया जाएगा, जिन्हें 17 और 18 मार्च 2025 को ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ विषय पर अपनी प्रस्तुति देने का अवसर मिलेगा। इन प्रस्तुतियों के आधार पर 10 प्रतिभागियों का चयन राज्य स्तर के लिए किया जाएगा, जहां से शीर्ष 03 प्रतिभागी दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय युवा संसद 2025 में भाग लेंगे।
डॉ. अर्पित सुमन ने बताया कि इस आयोजन के सफल संचालन के लिए एक विशेष समिति का गठन किया गया है, जो पूरी तत्परता और जिम्मेदारी के साथ इस कार्य को आगे बढ़ाएगी। प्रेस वार्ता में प्रो. डोरिस मिंज, डॉ. सुचिता बाड़ा और सितेंद्र रंजन सिंह भी उपस्थित रहे।
युवा संसद 2025 का आयोजन युवाओं के लिए एक सुनहरा अवसर है, जहां वे न केवल अपनी राय रख सकते हैं बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर अपने विचारों को प्रस्तुत करने का मौका भी प्राप्त कर सकते हैं। आयोजकों ने जिले के सभी युवा प्रतिभागियों से अधिक से अधिक संख्या में इस प्रतियोगिता में भाग लेने की अपील की, ताकि वे अपने विचारों और दृष्टिकोण को राष्ट्रीय स्तर पर प्रस्तुत कर सकें और देश के भविष्य निर्माण में अपनी भूमिका निभा सकें।