टाटा नगर रेलवे स्टेशन पर रेलवे प्रशासन की लापरवाही: सुरक्षा कर्मी अनदेखी कर एक ही प्लेटफार्म पर वंदे भारत एक्सप्रेस को लगाया गया
न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड।जमशेदपुर स्थित टाटा नगर रेलवे स्टेशन पर रेलवे प्रशासन की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। देश की सबसे आधुनिक और तेज़ रफ्तार ट्रेनों में शामिल वंदे भारत एक्सप्रेस को प्लेटफार्म पर सुरक्षा की अनदेखी कर प्लेटफार्म पर लगाया गया। जब रेलवे लाइन पर अन्य ट्रेनें पहले से ही मौजूद थीं और उन्हें धीरे-धीरे आगे बढ़ाया जा रहा था। इसके बावजूद, स्टेशन प्रशासन ने अन्य खाली प्लेटफार्म होने के बावजूद वंदे भारत एक्सप्रेस को उसी लाइन पर खड़ा कर दिया, जिससे यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ा।
लापरवाही का वीडियो वायरल
इस पूरी घटना का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें स्टेशन प्रबंधन की लापरवाही साफ देखी जा सकती है। वीडियो में वंदे भारत ट्रेन को प्लेटफार्म पर रोके जाने के पीछे रेलवे प्रशासन की असंगठित कार्यशैली और कुप्रबंधन उजागर हो रहा है। यात्रियों ने इस बात पर भी सवाल उठाए कि क्या हाई-स्पीड ट्रेन की मेंटेनेंस इस तरह होनी चाहिए?
यात्रियों को हुई परेशानी
घटना के दौरान कई यात्री स्टेशन पर मौजूद थे, जो अपनी ट्रेनों के समय पर न आने से परेशान दिखे। कुछ यात्रियों ने रेलवे अधिकारियों से इस संबंध में जानकारी मांगी, लेकिन उन्हें संतोषजनक जवाब नहीं मिला। वंदे भारत ट्रेन को इस तरह रोके जाने से अन्य ट्रेनें भी प्रभावित हुईं और उनके शेड्यूल पर असर पड़ा।
स्टेशन प्रबंधन की सफाई
जब इस संबंध में रेलवे अधिकारियों से सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि एक नियमित प्रक्रिया है और यह यात्रियों की सुविधा के लिए की जाती है। हालांकि, अधिकारियों के इस जवाब से यात्री संतुष्ट नहीं दिखे, क्योंकि आमतौर पर इस तरह की मेंटेनेंस गतिविधियां यार्ड में या गैर-व्यस्त समय में की जाती हैं, न कि मुख्य प्लेटफार्म पर जहां ट्रेन संचालन प्रभावित हो सकता है।
रेलवे प्रशासन पर उठे सवाल
रेलवे प्रशासन की इस लापरवाही को लेकर यात्रियों ने कड़ी नाराजगी जताई और कहा कि अगर इस तरह की घटनाएं दोहराई जाती रहीं, तो रेलवे की विश्वसनीयता पर असर पड़ेगा। वंदे भारत जैसी आधुनिक ट्रेन को इस तरह प्लेटफार्म पर रोकना रेलवे के खराब प्रबंधन को दर्शाता है।
यात्रियों की मांग: जिम्मेदारों पर हो कार्रवाई
इस घटना के बाद यात्रियों ने रेलवे मंत्रालय और संबंधित अधिकारियों से इस लापरवाही की जांच की मांग की है। यात्रियों का कहना है कि इस तरह की अव्यवस्था से न केवल ट्रेनों का संचालन बाधित होता है, बल्कि यात्रियों को भी भारी असुविधा होती है। रेलवे को इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई करनी चाहिए और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए बेहतर प्रबंधन सुनिश्चित करना चाहिए।
निष्कर्ष
वंदे भारत एक्सप्रेस को सेप्टिक टैंक खाली करने के लिए प्लेटफार्म पर रोकना रेलवे प्रशासन की गंभीर लापरवाही को दर्शाता है। यात्रियों के लिए यह न केवल असुविधाजनक था, बल्कि इससे रेलवे की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े हो गए हैं। अब यह देखना होगा कि रेलवे प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए क्या उपाय करता है।