_पंचकूला के पहाड़ी इलाके में भारतीय वायुसेना का प्लेन क्रैश, पायलट ने पैराशूट से कूदकर बचाई जान_*

न्यूज़ लहर संवाददाता
हरियाणा : जिला पंचकूला के पहाड़ी क्षेत्र मोरनी से कुछ दूरी पर स्थित भोज राजपुरा के गांव जोली में आज, शुक्रवार की दोपहर भारतीय वायुसेना का एक लड़ाकू जेट दुर्घटनाग्रस्त हो गया. यह लड़ाकू जेट तेज गड़गड़ाहट के साथ अचानक पेड़ों से टकराकर जंगली क्षेत्र में जा गिरा. जेट के पायलट ने सूझ-बुझ के साथ तुरंत पैराशूट की मदद से जेट से कूदकर अपनी जान बचाई. आग की लपटों से घिरा जेट जंगल में नीचे खाई में गिरते ही टुकड़ों में बंट गया. जोरदार आवाज को सुनकर पास ही गांव के लोग दौड़कर मौके पर पहुंचे.
पायलट का पैराशूट पेड़ों में फंसा: मौके पर पहुंचे लोगों ने जंगल में लड़ाकू जेट को टुकड़ों में जलता देख और पास ही पायलट को भी घायल हालत में पाया. जंगल होने के चलते पायलट का पैराशूट पेड़ में फंसने से वह भी नीचे गिर गया था. लेकिन गनीमत रही कि यह हादसा पायलट के लिए जानलेवा साबित नहीं हुआ और न ही किसी अन्य को कोई नुकसान हुआ.
मौके पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल की जांच की: लोगों ने घटनास्थल पर पहुंचकर पायलट का हालचाल जानने के बाद हादसे की सूचना पुलिस को दी. मौके पर पहुंचे साहिल और प्रिंस ने बताया कि हादसे के बाद उन्होंने पायलट का हालचाल जाना और फिर रेस्क्यू टीम को मौके पर लेकर पहुंचे. स्थानीय पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की और पायलट को भी इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल ले जाया गया. लेकिन इससे पहले पायलट ने फोन के जरिए अपने उच्च पदस्थ अधिकारियों को हादसे की सूचना से अवगत कराया.
तकनीकी खराबी से हुआ हादसा: शुरूआती जांच के अनुसार यह हादसा जेट में आई किसी तकनीकी खराबी के कारण होना बताया गया है, लेकिन असल खराबी क्या थी और इसके कारण क्या हैं, यह विभागीय जांच का विषय है. मौके के प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार विमान लहराते हुए पेड़ों से टकराता हुआ जंगल के बीच खाई में गिरा था. इससे जेट में आग लगी और वह टुकड़ों में बंट गया. विमान के टुकड़े आसपास के क्षेत्रों में बिखरे देखे गए.
कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के आदेश: दुर्घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस-प्रशासन के अलावा वायुसेना के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे. जांच टीम ने हादसे वाली जगह को सील कर दिया लेकिन राहत कार्य जारी रहा. वायुसेना ने दुर्घटना के कारणों की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का आदेश दे दिया है.
लड़ाकू विमान में तकनीकी खराबी से उठे सवाल: गौरतलब है कि वायुसेना के लड़ाकू विमान में तकनीकी खराबी से ऐसे गंभीर हादसे होने से सवाल खड़े हो गए हैं. ऐसी दुर्घटना सुरक्षा और रखरखाव के मानकों की पुन: समीक्षा की आवश्यकता की ओर इशारा करती हैं. हालांकि हादसे के स्पष्ट कारणों का पता कोर्ट ऑफ इंक्वायरी में ही चल सकेगा.
वायु सेना ने जांच के आदेश दिए : भारतीय वायु सेना ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट करते हुए लिखा कि “भारतीय वायुसेना का एक जगुआर विमान आज नियमित प्रशिक्षण उड़ान के दौरान अंबाला में सिस्टम में खराबी आने के कारण दुर्घटनाग्रस्त हो गया. पायलट ने विमान को सुरक्षित रूप से बाहर निकलने से पहले जमीन पर किसी भी बस्ती से दूर ले गया. दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए भारतीय वायुसेना ने जांच के आदेश दे दिए हैं.”