टीकाकरण के बाद शिशु की मौत पर हंगामा, परिजनों ने जांच की मांग की
न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड: मुसाबनी प्रखंड के तेरंगा गांव के लड़काडीह टोला निवासी नारा हो के दो माह के पुत्र ईशान हो की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि टीकाकरण के बाद बच्चे की तबीयत बिगड़ी और अंततः उसकी मृत्यु हो गई।
परिजनों का आरोप: टीके के बाद बिगड़ी हालत
परिवार के अनुसार, ईशान पहले से ही बुखार से पीड़ित था और उसका इलाज चल रहा था। 5 मार्च को पुरनापानी आंगनबाड़ी केंद्र में उसे टीका लगाया गया, जिसके बाद उसकी तबीयत और बिगड़ने लगी। परिजन उसे गुरुवार की रात घाटशिला अनुमंडल अस्पताल ले जा रहे थे, लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया।
पोस्टमार्टम के बाद ग्रामीणों का आक्रोश
शनिवार को बच्चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए जमशेदपुर के एमजीएम मेडिकल कॉलेज लाया गया, जहां जांच के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया। इस घटना से नाराज ग्रामीण और परिजन केंदाडीह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) पहुंचे और विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने टीकाकरण में लापरवाही का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की।
स्वास्थ्य विभाग का दावा: अन्य बच्चे स्वस्थ
परिजनों ने दावा किया कि बच्चे को टीका की ओवरडोज दी गई थी, जिससे उसकी मौत हुई। इस आरोप को लेकर स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया और टीका लगाने वाली टीम ने गांव में जाकर अन्य बच्चों की जांच की। रिपोर्ट के अनुसार, 5 मार्च को टीका लगवाने वाले अन्य सभी बच्चे पूरी तरह स्वस्थ पाए गए।
एसडीओ ने दिए जांच के आदेश
ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए एसडीओ ने बैठक कर लोगों को समझाया और निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया। फिलहाल, पोस्टमार्टम रिपोर्ट और जांच के नतीजों के आधार पर ही बच्चे की मौत के सही कारणों का खुलासा हो सकेगा।