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बाहा बोंगा महापर्व में गूंजे पारंपरिक वाद्ययंत्र, विधायक पूर्णिमा साहू ने की पूजा-अर्चना

 

न्यूज़ लहर संवाददाता

झारखंड। जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा क्षेत्र के बिरसानगर जोन नंबर 2 में रविवार को आदिम सांताड़ साँवता माडवा द्वारा बाहा बोंगा महापर्व का भव्य आयोजन किया गया। इस पारंपरिक पर्व में समुदाय के लोगों ने प्रकृति की पूजा कर समृद्धि और खुशहाली की कामना की। पूरे आयोजन में श्रद्धा, उल्लास और सांस्कृतिक धरोहर का अद्भुत संगम देखने को मिला।

इस अवसर पर जमशेदपुर पूर्वी की विधायक पूर्णिमा साहू भी पारंपरिक परिधान में शामिल हुईं और पूजा-अर्चना कर श्रद्धालुओं को शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने कहा कि बाहा बोंगा हमारी संस्कृति, प्रकृति और सामूहिक एकता का प्रतीक है। यह पर्व हमें स्मरण कराता है कि प्रकृति हमारी माता है, और इनकी रक्षा करना हमारा कर्तव्य है।

संगीत, नृत्य और पारंपरिक परिधानों का रंगारंग उत्सव

 

बाहा बोंगा महापर्व के दौरान पूरा वातावरण पारंपरिक वाद्ययंत्रों की ध्वनि से गुंजायमान हो उठा। समुदाय के लोगों ने रंग-बिरंगे पारंपरिक परिधानों में सजकर लोकगीतों और नृत्यों के माध्यम से अपनी गौरवशाली संस्कृति का उत्सव मनाया। श्रद्धालुओं ने सामूहिक रूप से प्रकृति के प्रति आभार प्रकट किया और एकजुट होकर इसे संरक्षित रखने का संकल्प लिया।

प्रकृति संरक्षण का दिया संदेश

 

विधायक पूर्णिमा साहू ने कहा, “जब हम प्रकृति का सम्मान करते हैं, तो वे हमें समृद्धि और खुशहाली का आशीर्वाद देती हैं। पेड़, नदियाँ, पर्वत—ये सभी हमारे जीवन का आधार हैं। बाहा बोंगा पर्व हमें अपनी जड़ों से जुड़े रहने और प्रकृति के साथ संतुलन बनाकर जीवन जीने का संदेश देता है।”

 

समुदाय में उमंग और आस्था का माहौल

 

बाहा बोंगा महापर्व में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भागीदारी रही। सभी ने एक साथ मिलकर इस पर्व को पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया। प्रकृति उपासना के इस विशेष अवसर पर लोगों में नई ऊर्जा और सकारात्मकता का संचार हुआ।

यह महापर्व न केवल संस्कृति और आस्था का संगम था, बल्कि प्रकृति संरक्षण और सामूहिक एकता का भी प्रतीक बना।

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