अटल बिहारी वाजपेयी की जन्मशताब्दी पर भाजपा ने जमशेदपुर में अटल विरासत सम्मेलन का आयोजन किया, झारखंड आंदोलन और सुशासन पर हुई चर्चा

न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड।जमशेदपुर में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जन्मशताब्दी के अवसर पर भाजपा जमशेदपुर महानगर ने सोमवार को बिष्टुपुर स्थित तुलसी भवन सभागार में “अटल विरासत सम्मेलन” का आयोजन किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष सुधांशु ओझा ने की, जबकि मुख्य वक्ता के रूप में हजारीबाग के पूर्व सांसद एवं झारखंड भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. यदुनाथ पांडेय उपस्थित थे।
सम्मेलन की शुरुआत अटल बिहारी वाजपेयी के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन से हुई। इस दौरान अटल जी के जीवन, व्यक्तित्व और कार्यों पर केंद्रित एक विशेष डॉक्यूमेंट्री प्रोजेक्टर के माध्यम से प्रदर्शित की गई, जिसमें उनके संघर्ष, नेतृत्व, सुशासन और ऐतिहासिक फैसलों को विस्तार से दिखाया गया।
मुख्य वक्ता डॉ. यदुनाथ पांडेय ने अपने संबोधन में कहा कि झारखंड को अलग राज्य का दर्जा दिलाने का श्रेय अटल बिहारी वाजपेयी को जाता है। उन्होंने झारखंड आंदोलन के इतिहास को याद करते हुए कहा कि 1914 से इस आंदोलन की शुरुआत हुई थी, लेकिन जब-जब यह आंदोलन अपने चरम पर पहुंचा, तब-तब कुछ नेताओं ने इसे सौदेबाजी का जरिया बना लिया। उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी के कुशल नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने न केवल आंदोलन की पवित्रता बनाए रखी, बल्कि अपने वादे के अनुरूप वर्ष 2000 में झारखंड राज्य का गठन भी किया।
डॉ. पांडेय ने अटल जी की दूरदृष्टि और राजनीतिक प्रतिबद्धता का उल्लेख करते हुए कहा कि उन्होंने सुशासन की मिसाल कायम की। उन्होंने 1998 के पोखरण परमाणु परीक्षण का जिक्र करते हुए कहा कि जब अंतरराष्ट्रीय दबावों के बावजूद भारत को परमाणु शक्ति संपन्न राष्ट्र बनाने की चुनौती आई, तब अटल जी ने अपने दृढ़ संकल्प से देश को मजबूती दी। उन्होंने कहा कि अटल जी का नेतृत्व प्रेरणादायी था और वे हमेशा सिद्धांतों पर अडिग रहे।
प्रदेश मंत्री नंदजी प्रसाद ने अटल बिहारी वाजपेयी को राष्ट्रनिर्माता बताते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में भारत ने आर्थिक सुधार, राष्ट्रीय सुरक्षा और वैज्ञानिक अनुसंधान के क्षेत्र में महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल कीं। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता अमरप्रीत सिंह काले ने कहा कि अटल जी का भाषण किसी संत की वाणी जैसा प्रतीत होता था, जिसमें ओजस्विता थी, लेकिन कटुता नहीं। उन्होंने अपने विरोधियों का भी सम्मान किया, इसी कारण उन्हें भारतीय राजनीति में “अजातशत्रु” कहा जाता है।
भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य रमेश हांसदा ने कहा कि झारखंड राज्य का निर्माण अटल बिहारी वाजपेयी की देन है। उन्होंने खरसावां गोलीकांड को याद करते हुए कहा कि जहां कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में निर्दोष आदिवासियों पर गोलियां चलाई गईं, वहीं अटल जी ने झारखंड की जनता की भावनाओं को समझते हुए राज्य गठन की ऐतिहासिक मांग को पूरा किया।
सम्मेलन में भाजपा और अन्य सहयोगी संगठनों के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को सम्मानित किया गया, जिन्होंने अटल जी के साथ काम किया था। इन सभी कार्यकर्ताओं को स्मृति चिन्ह भेंटकर एवं तिलक लगाकर सम्मानित किया गया। मंच संचालन जिला महामंत्री एवं कार्यक्रम संयोजक संजीव सिंह ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन संजीव सिन्हा ने किया।
इस अवसर पर प्रदेश प्रवक्ता अमरप्रीत सिंह काले, प्रदेश मंत्री नंदजी प्रसाद, जिला महामंत्री अनिल मोदी, संजीव सिंह, कार्यक्रम सह संयोजक संजीव सिन्हा समेत कई गणमान्य उपस्थित रहे।