सेना के हवलदार के साथ पुलिस की बर्बरता, पूर्व सैनिकों में रोष

न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड।जमशेदपुर के जुगसलाई निवासी सह सेना में कार्यरत हवलदार सूरज राय अपने चचेरे भाई विजय राय, जो थाना में प्राइवेट ड्राइवर के रूप में कार्यरत हैं, के साथ हुई झड़प की शिकायत करने जुगसलाई थाना पहुंचे थे। लेकिन वहां पुलिस ने उनकी बात सुनने के बजाय उनकी पिटाई शुरू कर दी। जब उन्होंने अपने सेना में कार्यरत होने की जानकारी दी, तो पुलिस और ज्यादा उग्र हो गई और रातभर उनके साथ मारपीट कर उन्हें जेल भेज दिया।
इस घटना की जानकारी मिलने पर पूर्व सैनिक सेवा परिषद के सदस्य थाने पहुंचे और पूरे मामले की जानकारी मांगी। हालांकि, थाना प्रभारी ने कोई जवाब नहीं दिया और अपना फोन बंद कर लिया। जब सेना के अधिकारियों ने सीनियर एसपी और एसपी से संपर्क करने की कोशिश की, तो उन्होंने भी फोन नहीं उठाया।
जुगसलाई थाना की इस कार्रवाई से शहर के पूर्व सैनिकों में भारी आक्रोश है। उन्होंने पुलिस द्वारा किए गए बर्बरतापूर्ण व्यवहार की निंदा करते हुए कहा कि सैनिक और पूर्व सैनिक हमेशा प्रशासन के साथ मिलकर जिले की हर आपदा और कल्याणकारी योजनाओं में सहयोग करते हैं, फिर भी उनके साथ ऐसा व्यवहार किया गया।
पूर्व सैनिक सेवा परिषद के सदस्यों ने मांग की है कि इस मामले की उच्च स्तरीय जांच हो और दोषी पुलिसकर्मियों पर कानूनी कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि यदि कोई सैनिक गलती करता है, तो पुलिस को इसकी सूचना स्टेशन हेडक्वार्टर या स्थानीय आर्मी यूनिट को देनी चाहिए थी, लेकिन इसके बजाय पुलिस ने आनन-फानन में केस दर्ज कर कार्यरत सैनिक को जेल भेज दिया।
पूर्व सैनिकों का प्रतिनिधिमंडल जल्द ही उपायुक्त से मुलाकात कर इस घटना की जानकारी देगा और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग करेगा। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि अनुशासनप्रिय सैनिकों के साथ इस तरह का अमानवीय व्यवहार निंदनीय है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।