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दिवंगत शिक्षिका को सीजीपीसी ने अर्पित की श्रद्धांजलि, पगड़ी ने बची मनमोहन सिंह की जान* 

 

न्यूज़ लहर संवाददाता

रांची :बुंडू के पास भीषण सड़क दुर्घटना में जान गंवाने वाली शिक्षिका इकबाल कौर डॉली का रविवार को रांची में अंतिम संस्कार किया गया, जहाँ भगवान सिंह की अगुवाई में सीजीपीसी के प्रतिनिधियों ने शव यात्रा में शामिल होकर शॉल भेंट कर एवं पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी और शोकाकुल परिवार को ढाढ़स बंधाया।

सीजीपीसी के प्रधान सरदार भगवान सिंह की अगुवाई में चेयरमैन सरदार शैलेंद्र सिंह, महासचिव गुरचरण सिंह बिल्ला, सुखदेव सिंह बिट्टू, सरबजीत सिंह ग्रेवाल, सुरेंद्र सिंह छिन्दे और नौजवान सभा के प्रधान अमरीक सिंह ने दुर्घटना वाले दिन शनिवार को भी घटनास्थल पर पहुँच कर पीड़ित परिवार को अस्पताल पहुंचाने में सहायता की थी। आज रविवार को रांची के तुपुदाना स्थित देवानिका अस्पताल में घायलों का कुशलक्षेम पूछा।

इस बाबत जानकारी देते हुए चेयरमैन सरदार शैलेंद्र सिंह ने बताया कि दुर्घटना में घायल मनमोहन सिंह की हालत खतरे से बाहर है जबकि एक और घायल सुखदीप सिंह को छुट्टी दे दी गई है जो राहत की बात है। भगवान सिंह कहा शिक्षिका के रूप में इकबाल कौर डॉली को खोना सिख समाज के साथ-साथ शिक्षा जगत के लिए भी बहुत बड़ी क्षति है।

सरदार शैलेन्द्र सिंह ने आगे बताया कि दिवंगत इकबाल कौर डॉली जमशेदपुर के प्रतिष्ठित स्कूल डीबीएमएस की शिक्षिका थीं और उनका मायका रांची है जहाँ पर उनका अंतिम संस्कार दोपहर तीन बजे किया गया। उनकी दो पुत्रियां सवनीत कौर और गुरनीत कौर भी रांची पहुँच चुकी थीं। सीजीपीसी के प्रधान भगवान सिंह एवं चेयरमैन सरदार शैलेंद्र सिंह ने बताया कि मृतक इकबाल कौर डाली और उनके पति मनमोहन सिंह एवं दो अन्य पारिवारिक सदस्य परमजीत कौर और सुखदीप सिंह रांची एयरपोर्ट से टाटा कार से आ रहे थे, बुंडू के पास डिवाइड में गाड़ी टकरा जाने से कार अनियंत्रित होकर पलट गई जिसमें मनमोहन सिंह एवं उनकी पत्नी मृतक इकबाल कौर डाली, परमजीत कौर एवं सुखदीप सिंह को पूरी तरह पिचकी गाड़ी से गांव वालों के प्रयास से बाहर निकाला गया और रांची के अस्पताल में ले जाया गया।

अस्पताल में डॉक्टर ने इकबाल कौर डाली को मृत घोषित कर दिया जबकि उनके पति मनमोहन सिंह का इलाज अस्पताल में ही चल रहा है और खतरे से बाहर बताये जा रहे है। मनमोहन सिंह का बचने का कारण सर में पगड़ी और एयरबैग खुल जाने के कारण हुआ जबकि मृतक इकबाल कौर डाली के सामने वाला एयर बैग नहीं खुल पाया और उनकी मृत्यु हो गई।

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