चुनावी प्रक्रिया को पारदर्शी और मजबूत बनाने के लिए राजनीतिक दलों के साथ बैठक

न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड। पूर्वी सिंहभूम जिला में भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर चुनावी प्रक्रियाओं को अधिक मजबूत और पारदर्शी बनाने के उद्देश्य से समाहरणालय सभागार में मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त अनन्य मित्तल ने की। इस दौरान चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता, मतदाता सूची के अद्यतन, निर्वाचन व्यय की समीक्षा और निष्पक्ष चुनाव कराने के विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत चर्चा की गई।
बैठक में उपायुक्त ने कहा कि चुनाव प्रक्रिया का सबसे महत्वपूर्ण पहलू यह है कि मतदाता सूची त्रुटिरहित हो और हर पात्र मतदाता का नाम उसमें शामिल किया जाए। इसके लिए राजनीतिक दलों को अपने बूथ लेवल एजेंट (BLA) और बीएलओ (BLO) के साथ नियमित संपर्क बनाए रखना चाहिए ताकि मतदाता सूची में नाम जोड़ने, हटाने या सुधारने की प्रक्रिया में कोई त्रुटि न हो। उन्होंने यह भी बताया कि कोई भी राजनीतिक दल अपने बीएलओ के माध्यम से अधिकतम 10 आवेदन एक बार में जमा कर सकता है।
बैठक में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने औद्योगिक क्षेत्रों और शहरी इलाकों में अनुपस्थित मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटाने के लिए विशेष अभियान चलाने की मांग रखी। इस पर उपायुक्त ने आश्वासन दिया कि गैर-चुनावी वर्षों में बीएलओ के सत्यापन के आधार पर ऐसे मतदाताओं के नाम सूची से हटाने की प्रक्रिया अपनाई जाएगी।
चुनाव खर्च को लेकर भी बैठक में चर्चा हुई, जिसमें राजनीतिक दलों ने निर्वाचन व्यय के लिए जिला स्तर पर तय टेंडर दरों की पुनः समीक्षा और व्यय अनुश्रवण टीम द्वारा किए जाने वाले खर्च आकलन को अधिक व्यवहारिक बनाने की मांग रखी। उपायुक्त ने इस मांग को उचित बताते हुए कहा कि भविष्य में व्यय निर्धारण प्रक्रिया में राजनीतिक दलों की राय भी ली जाएगी।
बैठक में एडीएम लॉ एंड ऑर्डर अनिकेत सचान, एसडीएम धालभूम शताब्दी मजूमदार, एडीसी भागीरथ प्रसाद, निदेशक एनईपी संतोष गर्ग, विशिष्ट अनुभाजन पदाधिकारी राहुल आनंद, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी पंचानन उरांव, उप निर्वाचन पदाधिकारी प्रियंका सिंह सहित विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।