विद्यालय स्वास्थ्य एवं कल्याण कार्यक्रम के तहत सम्मान समारोह आयोजित, उत्कृष्ट कार्य के लिए 180 शिक्षकों को किया गया सम्मानित*

न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड: पश्चिमी सिंहभूम जिला अंतर्गत सेंट जेवियर वेलफेयर सेंटर-चाईबासा में आज एक भव्य सम्मान समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में जिला दंडाधिकारी-सह-उपायुक्त कुलदीप चौधरी, विशिष्ट अतिथि उप विकास आयुक्त संदीप कुमार मीणा, सिविल सर्जन डॉक्टर सुशांतो माझी, और जिला शिक्षा अधीक्षक प्रवीण कुमार उपस्थित रहे। यह कार्यक्रम स्वास्थ्य विभाग एवं शिक्षा विभाग के समन्वय और सेंटर फॉर कैटालाइजिंग चेंज (सी-3) के तकनीकी सहयोग से राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम-राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, झारखंड के तत्वावधान में आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम विद्यालय स्वास्थ्य एवं कल्याण कार्यक्रम के तहत किया गया, जिसका उद्देश्य बच्चों में स्वास्थ्य, स्वच्छता और कल्याण के प्रति जागरूकता बढ़ाना है।
समारोह की शुरुआत दीप प्रज्वलित कर की गई, और इसके बाद उपस्थित अतिथियों ने कार्यक्रम में उत्कृष्ट कार्य करने वाले सभी 18 प्रखंडों के पांच-पांच विद्यालयों एवं आरोग्य दूत के रूप में नामित 180 शिक्षकों को सम्मानित किया। इन शिक्षकों को 2024-2025 वित्तीय वर्ष में उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया गया।
सम्मान समारोह के दौरान, उपायुक्त कुलदीप चौधरी ने विद्यालय स्वास्थ्य एवं कल्याण कार्यक्रम के 16 मॉड्यूल को प्रत्येक मंगलवार को कक्षा 6 से कक्षा 12 तक के विद्यालयों में निरंतर रूप से संचालित करने पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य, स्वच्छता और कल्याण के बारे में बच्चों को जागरूक करने के लिए यह कार्यक्रम अत्यंत महत्वपूर्ण है और यह उनके समग्र विकास में मददगार सिद्ध होगा।
उपायुक्त ने यह भी कहा कि एक स्वस्थ शरीर ही हमें जीवन की चुनौतियों से लड़ा सकता है और इसलिए इस कार्यक्रम के उद्देश्यों को सही तरीके से समझना और उसका अधिकतम लाभ बच्चों तक पहुंचाना बहुत आवश्यक है। उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारियों एवं दूर-दराज के प्रखंडों से आए शिक्षकों को उनकी मेहनत और समर्पण के लिए शुभकामनाएं दीं।
समारोह के दौरान उप विकास आयुक्त संदीप कुमार मीणा ने माहवारी स्वच्छता के क्षेत्र में विद्यालयों के द्वारा किए जा रहे प्रयासों का उल्लेख किया। उन्होंने आरोग्य दूत शिक्षकों से इस कार्यक्रम को और अधिक प्रभावी रूप से चलाने का आह्वान किया। सिविल सर्जन डॉक्टर सुशांतो माझी ने कहा कि इस कार्यक्रम के क्रियान्वयन में पश्चिमी सिंहभूम जिला राज्य भर में निरंतर पहले स्थान पर रहा है, और इसे और अधिक गति प्रदान करने के लिए सभी को मिलकर काम करना होगा।
कार्यक्रम के दौरान, विद्यालयों के आरोग्य दूतों ने अपने अनुभव साझा किए और बताया कि किस प्रकार दोनों विभागों के बीच समन्वय से बेहतर कार्य हो सकता है। इस अवसर पर सभी प्रखंडों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी-समग्र शिक्षा, और तकनीकी सहयोगी संस्था सेंटर फॉर कैटालाइजिंग चेंज (सी-3) के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी एवं कार्यालय कर्मी भी उपस्थित रहे।
यह विद्यालय स्वास्थ्य एवं कल्याण कार्यक्रम झारखंड राज्य के सभी विद्यालयों में संचालित किया जा रहा है, जहां कक्षा 6 से 12 तक की पढ़ाई होती है। यह कार्यक्रम बच्चों में स्वास्थ्य और स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण कदम साबित हो रहा है, जिससे राज्य में बच्चों के समग्र विकास को सुनिश्चित किया जा सके।