सारंडा जंगल में नक्सलियों का आईईडी हमला, सीआरपीएफ के सब इंस्पेक्टर शहीद, एक जवान घायल

न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड। पश्चिमी सिंहभूम जिले के सारंडा जंगल में नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष सर्च अभियान के दौरान शनिवार को आईईडी विस्फोट की घटना हुई, जिसमें सीआरपीएफ 193 बटालियन के दो जवान गंभीर रूप से घायल हो गए। हमले के बाद दोनों घायल जवानों को एयरलिफ्ट कर रांची लाया गया, जहां इलाज के दौरान सब इंस्पेक्टर सुनील कुमार मंडल शहीद हो गए।
विशेष अभियान के दौरान हुआ हमला
पुलिस और सुरक्षाबलों की संयुक्त टीम भाकपा (माओवादी) के शीर्ष नेताओं और उनके दस्तों के खिलाफ 4 मार्च 2025 से छोटानागरा और जराईकेला थाना क्षेत्र के सीमावर्ती जंगलों और पहाड़ी इलाकों में विशेष अभियान चला रही थी। इस दौरान शनिवार दोपहर करीब 2:30 से 2:45 बजे के बीच नक्सलियों ने सुरक्षा बलों को निशाना बनाकर पहले से लगाए गए आईईडी में विस्फोट कर दिया।
घायल जवानों को रांची लाया गया
इस विस्फोट में सीआरपीएफ 193 बटालियन के सब इंस्पेक्टर (जीडी) सुनील कुमार मंडल और हेड कांस्टेबल (जीडी) पार्थ प्रतिम डे गंभीर रूप से घायल हो गए। विस्फोट के तुरंत बाद पुलिस और सीआरपीएफ मुख्यालय, झारखंड रांची के सहयोग से घायलों को हेलीकॉप्टर से रांची भेजा गया और राज अस्पताल में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान सुनील कुमार मंडल ने दम तोड़ दिया, जबकि हेड कांस्टेबल पार्थ प्रतिम डे का इलाज जारी है।
नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई जारी
सुरक्षा बलों को सूचना मिली थी कि नक्सली नेता मिसिर बेसरा, अनमोल, मोछु, अनल, असीम मंडल, अजय महतो, सागेन अंगरिया, अश्विन, पिंटु लोहरा, चंदन लोहरा, अमित हांसदा उर्फ अपटन, जयकांत और रापा मुंडा अपने दस्ते के साथ सारंडा और कोल्हान क्षेत्र में विध्वंसक गतिविधियों के लिए सक्रिय हैं। इस सूचना के आधार पर यह अभियान चलाया जा रहा था।
इलाके में सर्च ऑपरेशन तेज
आईईडी हमले के बाद सुरक्षा बलों ने इलाके में सर्च ऑपरेशन और तेज कर दिया है। चाईबासा पुलिस, कोबरा, झारखंड जगुआर और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है, ताकि इस क्षेत्र में नक्सली गतिविधियों को रोका जा सके और दोषियों को गिरफ्तार किया जा सके।
शहीद जवान को श्रद्धांजलि
सब इंस्पेक्टर सुनील कुमार मंडल की शहादत पर पुलिस और सुरक्षाबलों ने शोक जताया है। झारखंड पुलिस और सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि उनकी शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी, और नक्सलियों के खिलाफ अभियान और तेज किया जाएगा।