सेल चिड़िया माईंस क्षेत्र में झारखंड मजदूर संघर्ष संघ के मजदूरों का मिलन समारोह

न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड।चिड़िया माईंस क्षेत्र में झारखंड मजदूर संघर्ष संघ के मजदूरों का मिलन समारोह कार्यक्रम, झारखंड मजदूर संघर्ष संघ
कार्यालय परिसर में आयोजित हुआ ।मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद केंद्रीय अध्यक्ष मजदूर नेता रामा पांडेय ने यूनियन संबधित झंडा तोलन कर कार्यक्रम का शुरुआत किया। मजदूर नेता रामा पांडे ने मंच से चिड़िया सेल प्रबंधन और ठेका कंपनी के द्वारा मजदूरों के ऊपर हो रहे शोषण के विरुद्ध प्रतिक्रिया देते उनके अधिकारों पर चर्चा की। उन्होने कहा कि गुवा, किरीबुरु एवं बोलानी माइंस के हजारों मजदूरों को उनके अधिकार दिलाने का काम उन्होंने किया है ।
वहां के मजदूरों और चिड़िया खदान के मजदूरों की दशा में जमीन आसमान का फर्क दिखता है । वहां के मजदूरों के बीच एकता है जबकि चिड़िया के मजदूरों में एकता नहीं है।
वहां के मजदूर किसी के बहकावे में नहीं आते हैं । एक बैनर के नीचे अपनी लड़ाई लड़ते हैं । वहीं चिड़िया के मजदूर चंद दलाल लोगों के बहकावे में आकर अपना अस्तित्व खत्म कर कर रहे हैं ।
चिड़िया खदान के अलावा कोई भी माइंस के मजदूरों का छटनी नहीं होता है बस यहां के मजदूरों को छटनी कर दिया जा रहा है ।
उन्होंने तीखे स्वर में कहा कि चार -चार गोली खाने के बाद भी में इस कर्म भूमि के लिए जान न्योछावर करने के लिए तैयार हूँ ।
उन्होंने मजदूरों को आगाह किया कि समय रहते सम्भल जाय ।
उन्होंने भारी मंच में एनएसपीएल ठेका कंपनी और सेल प्रबंधन के अधिकारियों को जूता का माला पहना कर भगाने में मजदूरों की चट्टानी एकता का साथ मांगा । साथ ही आश्वासन दिया कि राज्य सरकार के सत्र समाप्ति के बाद बेरोजगार युवा,स्थानीय प्रतिनिधि और महिलाओं को साथ मिलाकर झारखंड मुक्ति मोर्चा के मंत्री दीपक बिरुवा को चिड़िया बुलाकर आंदोलन का बिगुल फूँका जाएगा ।मौके पर चिड़िया किरीबुरू गुवा के झारखंड मजदूर संघर्ष संघ के अधिकारी राजेंद्र सिंधया, सुनील कुमार,
किशोर सिंह, मनोहर झा, राजीव सडिल,चारकू पान, गंगा ठाकुर, लक्ष्मण हुरद, विनीता नाग, श्याम दास और चिड़िया मुखिया अल्बिना कांडुलना ने भी अपने संबोधन में मजदूर नेता रामा पांडे के मजदूर हितैषी कार्यों को बतलाते हुए मजदूरों के बीच एकता बनाए रखने पर जोर दिया ।
मौके पर मौजूद थे छोटानगरा, दुबिल सलाई साइडिंग मनोहरपुर के चिड़िया के सैकड़ों सीएसआर कर्मी, सप्लाई कर्मी, ठेका मजदूर और बेरोजगार महिला पुरुष शामिल दिखे ।विभिन्न मजदूर संगठन के सैकड़ों मजदूर और बेरोजगारों ने झारखंड मजदूर संघर्ष का दमन धामा