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जमशेदपुर में स्वास्थ्य एवं समाज कल्याण विभाग की समीक्षात्मक बैठक, उप विकास आयुक्त ने दिए आवश्यक निर्देश

 

न्यूज़ लहर संवाददाता

झारखंड।पूर्वी सिंहभूम जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक प्रभावी बनाने के उद्देश्य से समाहरणालय सभागार में स्वास्थ्य एवं समाज कल्याण विभाग की समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता उप विकास आयुक्त अनिकेत सचान ने की, जिसमें विभिन्न योजनाओं की प्रगति और अस्पतालों की कार्यप्रणाली की समीक्षा की गई। इस बैठक में जिले के सिविल सर्जन समेत स्वास्थ्य विभाग और समाज कल्याण विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

बैठक के दौरान अस्पताल संचालन फंड के उपयोग, एनीमिया मुक्त भारत अभियान, कुपोषण उपचार केंद्रों की स्थिति, गर्भवती महिलाओं की जांच, संस्थागत प्रसव, टीकाकरण, फाइलेरिया उन्मूलन अभियान और कुष्ठ रोग उपचार से जुड़े मामलों पर गहन चर्चा की गई। उप विकास आयुक्त ने सिविल सर्जन को निर्देश दिया कि जिले में फाइलेरिया उन्मूलन अभियान के तहत जल्द से जल्द सैंपल सर्वे पूरा किया जाए और 15 दिनों के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए।

इसके अलावा, उन्होंने नवजात बच्चों के टीकाकरण की स्थिति की जानकारी ली और निर्देश दिया कि कोई भी बच्चा किसी भी टीके से वंचित न रहे। स्वास्थ्य केंद्रों के प्रभारी अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया कि ग्रामीण क्षेत्रों में गर्भवती और धात्री माताओं के बीच टीकाकरण को लेकर जागरूकता बढ़ाई जाए।

 

बैठक में मातृत्व स्वास्थ्य सेवाओं और संस्थागत प्रसव की भी समीक्षा की गई। उप विकास आयुक्त ने सदर अस्पताल और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी लेते हुए कहा कि हाई रिस्क प्रेगनेंसी वाले मामलों की पहचान प्रसव पूर्व जांच के दौरान सुनिश्चित की जाए। उन्होंने सभी स्वास्थ्य केंद्रों में 24×7 आकस्मिक सेवाओं को सुचारु रूप से संचालित करने के लिए चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों की पर्याप्त उपलब्धता बनाए रखने के निर्देश दिए।

 

आयुष्मान भारत योजना के तहत मरीजों को मिल रहे लाभ की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत प्रत्येक योग्य मरीज को लाभान्वित किया जाए। उन्होंने कुपोषण उपचार केंद्रों के प्रभावी संचालन पर जोर देते हुए अतिकुपोषित बच्चों को समय पर उपचार उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। साथ ही, कुष्ठ रोगियों की पहचान कर उन्हें समुचित इलाज उपलब्ध कराने की आवश्यकता पर बल दिया।

बैठक में सिविल सर्जन डॉ. साहिर पाल, एसीएमओ डॉ. जोगेश्वर प्रसाद, डीआरसीएचओ डॉ. रंजीत पांडा, जिला टीबी पदाधिकारी डॉ. ओ. पी. केशरी, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, सभी सीडीपीओ, सभी एमओआईसी, डब्लूएचओ के प्रतिनिधि और अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे। अंत में, उप विकास आयुक्त ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को अधिक प्रभावी और सुव्यवस्थित बनाने के लिए आपसी समन्वय के साथ कार्य करें, ताकि जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकें।

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