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पश्चिमी सिंहभूम जिले के 10 युवा प्रतिभागियों का चयन राज्य स्तरीय युवा संसद 2025 के लिए, रांची रवाना होंगे* 

 

न्यूज़ लहर संवाददाता

झारखंड: पश्चिमी सिंहभूम जिले के 10 युवा प्रतिभागी जिला स्तरीय विकसित भारत युवा सांसद 2025 में चयनित होने के बाद अब राज्य स्तरीय युवा संसद में भाग लेने के लिए रांची रवाना होंगे। यह कार्यक्रम 28 मार्च 2025 को झारखंड विधानसभा में आयोजित किया जाएगा। इस महत्वपूर्ण अवसर पर जिले से चयनित प्रतिभागियों में सोमा देवगम, श्रेया अग्रवाल, लक्ष्मी कुमारी झा, वाणी शंकर, ज्योति सवैया, प्रियंका कुमारी, शांति बानरा, प्रियंका सोलंकी, सानिया कच्छप और पारसमणी केसरी शामिल हैं।

इस राज्य स्तरीय युवा संसद का मुख्य उद्देश्य युवा पीढ़ी को भारतीय संविधान और लोकतंत्र के महत्व के प्रति जागरूक करना है। इस बार युवा संसद के दो महत्वपूर्ण विषय निर्धारित किए गए हैं जिन पर प्रतिभागियों को अपने विचार व्यक्त करने हैं:

 

*1. “भारतीय संविधान के 75 वर्ष: अधिकारों, कर्तव्यों और प्रगति की यात्रा”*

 

 

*2. “संविधान दिवस के 11 संकल्प: भारत के संवैधानिक मूल्यों को मजबूत करने की शपथ”*

 

 

प्रतिभागियों को इनमें से एक विषय का चयन कर तीन मिनट तक झारखंड विधानसभा में अपने विचार प्रस्तुत करने होंगे। यह अवसर न केवल उनके विचारों की अभिव्यक्ति का एक मंच है, बल्कि यह उन्हें लोकतंत्र, संविधान और राष्ट्रीय मुद्दों पर गहरी सोच विकसित करने में भी मदद करेगा।

 

इस यात्रा की जानकारी नोडल पदाधिकारी, एन.एस.एस., पश्चिमी सिंहभूम, डॉ. अर्पित सुमन ने दी। साथ ही, नेहरू युवा केंद्र के जिला युवा अधिकारी श्री क्षितिज, एन.एस.एस. कार्यक्रम पदाधिकारी टाटा कॉलेज से डॉ. हरीश कुमार, असिस्टेंट प्रोफेसर सितेंद्र रंजन सिंह और महिला कॉलेज चाईबासा की प्राचार्या डॉ. प्रीतिबाला सिन्हा ने भी इस मौके पर भाग लिया। डॉ. हरीश कुमार ने सभी प्रतिभागियों को राज्य स्तरीय युवा संसद के विषय पर मार्गदर्शन किया और युवा संसद की प्रक्रिया को समझाया।

 

प्राचार्या डॉ. प्रीतिबाला सिन्हा ने सभी चयनित प्रतिभागियों को शुभकामनाएँ दी और उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन की कामना की। इस आयोजन से न केवल प्रतिभागियों को सीखने का अवसर मिलेगा, बल्कि यह झारखंड राज्य के युवाओं को एक मजबूत लोकतांत्रिक भावना विकसित करने में भी सहायक होगा।

 

यह घटना पश्चिमी सिंहभूम जिले के युवाओं के लिए गर्व का विषय है और यह दर्शाता है कि जिले के युवा अपने संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति जागरूक और जिम्मेदार हैं।

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