स्वामी सहजानंद सरस्वती की 136वीं जयंती पर भव्य समारोह आयोजित
न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड:जमशेदपुर में स्वामी सहजानंद सरस्वती कल्याण संस्थान, कदमा द्वारा ब्रह्मर्षि भवन में स्वामी सहजानंद सरस्वती की 136वीं जयंती सह पारिवारिक मिलन समारोह का भव्य आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में प्रमुख अतिथियों के रूप में राज्यसभा सांसद डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह, जमशेदपुर सांसद विद्युत वरण महतो, केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, पूर्वी सिंहभूम की विधायिका पूर्णिमा साहू, मंत्री बन्ना गुप्ता, ब्रह्मर्षि विकास मंच के अध्यक्ष विकास सिंह, कमल किशोर एवं राज किशोर सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत एवं मुख्य आकर्षण
समारोह की शुरुआत अतिथियों द्वारा स्वामी सहजानंद सरस्वती की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर एवं दीप प्रज्ज्वलित कर की गई। इसके बाद, अतिथियों का सम्मान अंगवस्त्र, स्वामी जी द्वारा रचित पुस्तक एवं मोमेंटो प्रदान कर किया गया। संस्थान के अध्यक्ष दीपू सिंह ने स्वागत भाषण दिया, जबकि महासचिव जयकुमार ने संस्थान की गतिविधियों पर विस्तृत जानकारी प्रस्तुत की।
इस अवसर पर सुप्रसिद्ध लोक गायक गोलू राजा एवं गायिका निशा पांडेय ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं, जिसमें एक से बढ़कर एक लोक गीतों ने उपस्थित जनसमूह को झूमने पर मजबूर कर दिया।
अतिथियों का संबोधन
अतिथियों ने अपने संबोधन में स्वामी सहजानंद सरस्वती के विचारों को आत्मसात करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि स्वामी जी ने आजीवन किसानों एवं मजदूरों के अधिकारों के लिए संघर्ष किया। उनका जीवन और कार्य केवल भूमिहार समाज तक सीमित नहीं रहा, बल्कि संपूर्ण राष्ट्र के कल्याण के लिए समर्पित रहा।
विशेष अतिथि वक्ता अनिता शर्मा एवं अशोक चौधरी ने भी स्वामी जी के जीवन और उनके योगदान पर अपने विचार साझा किए।
समापन एवं भोज आयोजन
कार्यक्रम का संचालन श्रीनिवास ने किया और समापन के उपरांत सभी उपस्थित लोगों के लिए स्वरुचि भोज का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में योगदान देने वाले प्रमुख सदस्य
राजेश शुक्ला, अशोक, रवि भूषण, संजीव, बंटी, गोपाल, बाबूलाल, राजेश सिंह, रविनंदन, उपाध्याय आदि ने कार्यक्रम को सफल बनाने में सक्रिय भूमिका निभाई।
गणमान्य लोगों की उपस्थिति
पुरुष: छोटकू जी, रविंद्र झा, जटा शंकर पांडेय, बबुआ सिंह, संजीव जी, कर्नल आर. पी. सिंह, उपेंद्र शर्मा, रामेश्वर शर्मा, बबलू राय, पवन जी, सियाराम जी।
महिलाएं: अन्नू जी, प्रेमलता जी, अमिता जी, मंजू जी।
इस भव्य आयोजन ने स्वामी सहजानंद सरस्वती के विचारों को आगे बढ़ाने का संदेश दिया और समाज में उनकी शिक्षाओं को आत्मसात करने की प्रेरणा दी।