ब्लैक कॉफी पिएं, लिवर को रखें स्वस्थ: फैटी लिवर मुक्त रांची अभियान की शुरुआत

न्यूज़ लहर संवाददाता
रांची। फैटी लिवर मुक्त रांची बनाने के लिए रक्षा राज्यमंत्री और रांची के सांसद संजय सेठ द्वारा शुरू किए गए फैटी लिवर मुक्त रांची अभियान की शुरुआत मास्टर ट्रेनर प्रशिक्षण कार्यशाला से हुई। यह कार्यशाला रांची के सदर अस्पताल ऑडिटोरियम में आयोजित की गई, जिसमें सहिया दीदी, लैब टेक्नीशियन, नर्स, मेडिकल स्टाफ और डॉक्टर शामिल हुए। इस कार्यक्रम में इंस्टिट्यूट ऑफ लिवर एंड बाइलरी साइंसेस के निदेशक और लिवर रोग विशेषज्ञ डॉ. एस. के. सरीन वर्चुअल माध्यम से जुड़े। इसके अलावा, शहर के दो अन्य विशेषज्ञ डॉ. कनिका कौशल और डॉ. बी. बी. रेवाड़ी ने फैटी लिवर के बढ़ते मामलों, उनके लक्षण और बचाव के उपायों पर मेडिकल समुदाय को जागरूक किया।
रांची को फैटी लिवर मुक्त बनाने का संकल्प
इस मौके पर रक्षा राज्यमंत्री और रांची लोकसभा सांसद संजय सेठ ने कहा कि आने वाले दिनों में रांची फैटी लिवर मुक्त बनकर राज्य और देश के लिए एक रोल मॉडल बनेगा। उन्होंने कहा कि फैटी लिवर केवल लिवर को नुकसान नहीं पहुंचाता, बल्कि अन्य गंभीर बीमारियों का भी कारण बनता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह अभियान निरोग भारत बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
फैटी लिवर के कारण और बचाव
डॉ. कनिका कौशल ने बताया कि फैटी लिवर एक ऐसे पेड़ की तरह है जिससे अन्य नॉन-कम्युनिकेबल डिजीज (गैर-संक्रामक रोग) की शाखाएं निकलती हैं। उच्च रक्तचाप, डायबिटीज, कैंसर जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। उन्होंने बताया कि जीवनशैली में बदलाव और संतुलित खान-पान से फैटी लिवर के खतरे को कम किया जा सकता है।
डॉ. बी. बी. रेवाड़ी ने कहा कि इस अभियान का सबसे बड़ा फायदा स्क्रीनिंग के जरिए रोगियों की पहचान और समाज में जागरूकता बढ़ाना होगा। उन्होंने बताया कि समय रहते खान-पान में बदलाव और शारीरिक गतिविधियों को बढ़ाकर लिवर को फैटी होने से बचाया जा सकता है। उन्होंने सुझाव दिया कि चाय की जगह हर दिन दो से तीन कप ब्लैक कॉफी पीना लिवर के लिए फायदेमंद हो सकता है।
अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस बसें जल्द आएंगी
रक्षा राज्यमंत्री संजय सेठ ने कहा कि फैटी लिवर मुक्त रांची बनाना उनका सपना है। चैती नवरात्रि के शुभ अवसर पर इस अभियान की शुरुआत की गई है। उन्होंने घोषणा की कि जल्द ही अत्याधुनिक जांच सुविधाओं से लैस चार बसें रांची आ जाएंगी। साथ ही, वह इस अभियान की जानकारी राज्यपाल और मुख्यमंत्री को देने के लिए उनसे मुलाकात करेंगे।
जिले की आबादी के 2% लोगों की होगी जांच
रांची के सिविल सर्जन डॉ. प्रभात कुमार ने बताया कि इस अभियान के तहत रांची जिले की कुल आबादी के 2% लोगों का लिवर जांच करने का लक्ष्य रखा गया है। हालांकि, उनकी कोशिश इस संख्या को एक लाख तक पहुंचाने की रहेगी।
यह अभियान न केवल रांची बल्कि पूरे देश के लिए एक मिसाल बनेगा और लोगों को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करेगा।