रामनवमी शोभायात्रा में उमड़ा श्रद्धालुओं का जनसैलाब, चाईबासा में भव्य जुलूस की धूम*

न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड: रामनवमी के पावन अवसर पर चाईबासा शहर समेत पूरे पश्चिमी सिंहभूम जिले में राम भक्तों ने धूमधाम से इस पर्व को मनाया। यह अवसर न केवल धार्मिक आस्था और श्रद्धा का प्रतीक बना, बल्कि राम जी के प्रति भक्तों की अडिग श्रद्धा भी देखने को मिली। शहर भर में विभिन्न अखाड़ों द्वारा विशाल शोभायात्रा का आयोजन किया गया, जिसमें गाजे-बाजे और आकर्षक झांकियों के साथ भगवान राम, माता सीता, हनुमान, शिव-पार्वती, मां दुर्गा आदि के रूप में भव्य झांकियां निकाली गईं।
*रामनवमी जुलूस में भक्तिमय वातावरण का था संगम*
रामनवमी जुलूस के दौरान पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया। भगवान राम, माता सीता, हनुमान के जयकारों से धरती और आकाश गूंज उठा। गाजेबाजे, आकर्षक झांकियों, और हैरतअंगेज खेलों के प्रदर्शन के साथ जुलूस की धूम पूरे शहर में फैल गई। यह शोभायात्रा जहां एक ओर धार्मिक आस्था का प्रतीक थी, वहीं दूसरी ओर अखाड़ों द्वारा निकाले गए करतब और खेलों ने इस पर्व की महिमा को और भी बढ़ा दिया।
*चाईबासा में 35 अखाड़ों द्वारा विशाल रामनवमी जुलूस का आयोजन*
चाईबासा शहर में कुल 35 अखाड़ों ने मिलकर इस भव्य शोभायात्रा का आयोजन किया। पूरे शहर में यह जुलूस पारंपरिक मुख्य मार्गों से गुजरते हुए हर नुक्कड़ और चौराहे पर श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा।
राम भक्त जय श्री राम और जय हनुमान के उद्घोष के साथ नाचते गाते हुए रामनवमी का उत्सव मना रहे थे। महिलाएं और छोटे बच्चे भी इस शोभायात्रा में सक्रिय रूप से शामिल हुए और उनके द्वारा भी खेलों का शानदार प्रदर्शन किया गया।
*जुलूस मार्ग में विभिन्न स्थानों पर खेलों और करतबों का आयोजन*
रामनवमी जुलूस के दौरान विभिन्न स्थानों पर खेले जा रहे हैरतअंगेज खेलों और करतबों ने लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। तलवारबाजी, विभिन्न हथियारों का प्रदर्शन, और पारंपरिक खेलों का आयोजन किया गया,
जिससे जुलूस का उत्साह और भी बढ़ गया। इस दौरान बच्चों, महिलाओं और युवाओं ने भी अपनी प्रस्तुति से दर्शकों को हैरान किया।
*सुरक्षा व्यवस्था और प्रशासनिक तत्परता*
रामनवमी जुलूस को लेकर पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे। जिले के डीसी और एसपी स्वयं जुलूस की गतिविधियों पर नजर रख रहे थे। पूरे मार्ग में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे और वीडियोग्राफी की जा रही थी। प्रशासन ने संवेदनशील स्थानों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की थी ताकि किसी प्रकार का व्यवधान उत्पन्न न हो।
*ड्रोन कैमरे से की जा रही निगरानी, जुलूस के मार्ग पर श्रद्धालुओं की भीड़*
पूरे रामनवमी जुलूस की निगरानी ड्रोन कैमरों से की जा रही थी, जबकि दर्जनों सीसीटीवी कैमरे पूरे मार्ग पर लगाए गए थे। प्रशासन ने प्रत्येक चौक और चौराहे पर पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात किया था ताकि जुलूस शांतिपूर्वक संपन्न हो सके। इस दौरान लोगों का जनसैलाब जुलूस को देखने के लिए उमड़ पड़ा था।
*जुलूस मार्ग पर श्रद्धालुओं के लिए स्टॉल्स की व्यवस्था*
रामनवमी जुलूस के दौरान विभिन्न सामाजिक और धार्मिक संगठनों द्वारा स्टॉल्स लगाई गई थीं, जहां पर श्रद्धालुओं को पेयजल, शरबत, चना-गुड़, ठंडा और खाने-पीने की सामग्री वितरित की जा रही थी। यह व्यवस्था जुलूस में शामिल भक्तों को गर्मी से राहत देने और उनके उत्साह को बढ़ाने के लिए की गई थी।
*अखाड़ों और भक्तों की जोश और श्रद्धा से ओतप्रोत रामनवमी शोभायात्रा*
रामनवमी शोभायात्रा में अखाड़ों द्वारा प्रस्तुत किए गए खेल, करतब और झांकियां भक्तों के भीतर श्रीराम के प्रति अडिग श्रद्धा और विश्वास को प्रदर्शित कर रही थीं। जुलूस में शामिल हर व्यक्ति का उत्साह और जोश स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा था, जो रामनवमी के महत्व को जीवित रखता है।
चाईबासा और पश्चिमी सिंहभूम में इस तरह के धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन ने न केवल सामूहिक श्रद्धा को प्रकट किया, बल्कि समाज के विभिन्न वर्गों को एकजुट कर दिया।