चाईबासा में रामनवमी समारोह के समापन पर महावीर मंडल ने किया भव्य सम्मान समारोह**

न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड: पश्चिम सिंहभूम जिला स्थित चाईबासा में रामनवमी महोत्सव के सफल आयोजन के उपरांत महावीर मंडल द्वारा बुधवार देर शाम एक भव्य सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में शहर के 35 से अधिक अखाड़ों, श्रेष्ठ झांकियों, खेल प्रदर्शन दलों, बाजा टीमों और सामाजिक संगठनों को उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया गया। हनुमान चालीसा पाठ के साथ शुरू हुए इस आयोजन में महावीर मंडल के अध्यक्ष रंजीत यादव ने मुख्य अतिथियों, संरक्षकों और अखाड़ा प्रतिनिधियों का स्वागत किया।
पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा, पूर्व सांसद गीता कोड़ा, अनुमंडल पदाधिकारी संदीप अनुराग टोपनो, प्रशिक्षु आईपीएस निखिल राय और पुलिस उपाध्यक्ष वाहमन टूटी को पारंपरिक तरीके से फूलों का गुलदस्ता और तलवार भेंट कर सम्मानित किया गया। गीता कोड़ा ने अपने संबोधन में रामनवमी को सामाजिक एकता और परंपरा का प्रतीक बताते हुए महावीर मंडल के प्रयासों की सराहना की।
झांकी श्रेणी में जयवीर दुर्गा मंदिर अखाड़ा को प्रथम पुरस्कार मिला, जबकि बाबा मंदिर, संतोषी मंदिर अखाड़ा और बजरंग दल ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। खेल प्रदर्शन में बजरंग दल एवं दुर्गा वाहिनी ने प्रथम पुरस्कार जीता।
बाजा प्रदर्शन में घसिया मंदिर बरकदाज टोली ने शीर्ष स्थान हासिल किया। सबसे ऊंचे झंडे की श्रेणी में गाड़ी खाना अखाड़ा 86.6 फीट की ऊंचाई के साथ प्रथम रहा।
महावीर मंडल ने समाजसेवी संगठनों जैसे मारवाड़ी सम्मेलन, माहुरी वैश्य मंडल, लायंस क्लब और एंटी करप्शन इंटरनेशनल काउंसिल को विशेष सम्मान दिया। उद्योगपति मुकुंद रुंगटा, सुनील प्रसाद साव और मीडिया प्रतिनिधियों को भी उनके योगदान के लिए पुरस्कृत किया गया।
महावीर मंडल के पदाधिकारियों में महामंत्री दीपक कुमार गुप्ता, उपाध्यक्ष विशाल साव, समीर पाल और कार्यकारिणी सदस्यों ने कार्यक्रम की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। संरक्षकों में कैलाश खंडेलवाल, सरदार गुरमुख सिंह खोखर और मदन यादव ने गरिमामयी उपस्थिति दर्ज कराई। महामंत्री दीपक गुप्ता ने धन्यवाद ज्ञापन में सभी सहयोगियों की सराहना की।
इस आयोजन ने चाईबासा की सांस्कृतिक विरासत और सामाजिक एकता को मजबूत करते हुए रामनवमी को एक ऐतिहासिक उत्सव के रूप में स्थापित किया। शहर के विभिन्न कोनों से आए प्रतिभागियों और दर्शकों ने इस कार्यक्रम को सामुदायिक सद्भाव का उत्कृष्ट उदाहरण बताया।