चाईबासा गुरुद्वारा में श्रद्धा, सेवा और उल्लास के साथ मनाई जाएगी वैसाखी एवं खालसा सृजना दिवस की 326वीं वर्षगांठ*

न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड: श्री गुरु सिंह सभा, चाईबासा के तत्वावधान में रविवार, 13 अप्रैल को गुरुद्वारा नानक दरबार में वैसाख महीने की पहली तारीख को वैसाखी पर्व एवं 326वां खालसा सृजना दिवस पूरे श्रद्धा, भक्ति और उल्लास के साथ मनाया जाएगा।
इस पावन अवसर की शुरुआत 11 अप्रैल को श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के श्री अखंड पाठ के साथ की गई थी, जिसकी सम्पूर्णता 13 अप्रैल को होगी। 48 घंटे चलने वाले इस अखंड पाठ का सेवा भाव से पाठ आदरणीय महिला ग्रंथी दर्शना कौर, रानो वालिया सहित ग्रंथी प्रताप सिंह, हरजीत सिंह एवं गुरमुख सिंह द्वारा दो-दो घंटे की पालियों में संपन्न किया जाएगा।
नए चोले में सजेगा 90 फुट ऊँचा निशान साहिब
अखंड पाठ की पूर्णता के उपरांत गुरुद्वारे में 90 फुट ऊंचे हाईड्रोलिक निशान साहिब को विधिवत रूप से उतारकर दूध एवं जल से स्नान कराकर नया चोला पहनाया जाएगा। इस मौके पर विशेष अरदास की जाएगी जिसमें साध संगत सुख-शांति की कामना करेगी।
बाल कविताएं, शब्द-कीर्तन और लंगर सेवा से भरेगा श्रद्धा का रंग
कार्यक्रम के दौरान छोटे-छोटे बच्चों और बच्चियों द्वारा कविता पाठ प्रस्तुत किया जाएगा। अनमोल सलूजा अपनी मधुर आवाज और साज के साथ शब्द कीर्तन प्रस्तुत करेंगे, जिससे संगत को आत्मिक आनंद की अनुभूति होगी। इसके उपरांत संपूर्ण अरदास के बाद गुरु का लंगर वितरित किया जाएगा, जिसमें बड़ी संख्या में संगत भाग लेगी।
संध्या में शब्द-कीर्तन और आतिशबाजी से होगा आयोजन का समापन
रात्रि में स्त्री सत्संग सभा द्वारा भावपूर्ण शब्द-कीर्तन का आयोजन किया जाएगा। वहीं युवा खालसा समूह द्वारा आतिशबाजी का कार्यक्रम होगा, जो आयोजन की भव्यता में चार चांद लगाएगा।
इस आयोजन में चाईबासा के साथ-साथ झींकपानी, खरसावां एवं केशरगढ़िया की साध संगत बड़ी संख्या में शामिल होगी।
सभी श्रद्धालुओं और मीडियाकर्मियों को आमंत्रण
श्री गुरु सिंह सभा के अध्यक्ष गुरमुख सिंह खोखर ने जानकारी देते हुए बताया कि हर गुरुपर्व की भांति इस बार भी सभी श्रद्धालु, नगरवासी और इलेक्ट्रॉनिक एवं प्रिंट मीडिया के साथी सप्रेम आमंत्रित हैं। उन्होंने पश्चिमी सिंहभूम वासियों को वैसाखी पर्व की लख-लख बधाइयाँ दीं और इस पावन अवसर पर अधिकाधिक संख्या में पहुंचने की अपील की।