चाईबासा में ताइक्वांडो की नई पहल, जिले में पहली बार हुआ भव्य ओपन डिस्ट्रिक्ट चैंपियनशिप का आयोजन

न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड। पश्चिमी सिंहभूम जिले में खेल को नई दिशा देने के उद्देश्य से सोमवार को चाईबासा इंजीनियरिंग कॉलेज परिसर में प्रथम एम. विश्वेश्वरैया ओपन डिस्ट्रिक्ट ताइक्वांडो चैंपियनशिप 2025 का भव्य आयोजन किया गया। चाईबासा इंजीनियरिंग कॉलेज और जिला ताइक्वांडो संघ के संयुक्त प्रयास से आयोजित इस प्रतियोगिता ने जिले की खेल संस्कृति को सशक्त करने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
प्रतियोगिता में जिलेभर से 150 से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। विभिन्न आयु वर्गों—सब-जूनियर, कैडेट, जूनियर और सीनियर—में आयोजित इस स्पर्धा में खिलाड़ियों ने अपने दमखम और तकनीकी कौशल से दर्शकों को प्रभावित किया।
इस आयोजन को खास बनाने में 14 संस्थागत टीमों की सक्रिय भागीदारी रही, जिससे यह प्रतियोगिता जिले के खेल इतिहास में एक मील का पत्थर बन गई।
पूरे आयोजन का संचालन 10 प्रशिक्षित ताइक्वांडो ऑफिशियल्स ने अत्यंत ही व्यवस्थित और निष्पक्ष ढंग से किया। जिले के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों जैसे चाईबासा इंजीनियरिंग कॉलेज, डीएवी पब्लिक स्कूल, सेंट ज़ेवियर स्कूल,
कार्मेल स्कूल, टाटा कॉलेज, मधुसूदन पब्लिक स्कूल, केंद्रीय विद्यालय और कई अन्य प्रतिष्ठित संस्थानों ने अपनी उपस्थिति से प्रतियोगिता को गरिमा प्रदान की।
खिलाड़ियों के प्रदर्शन के आधार पर सब-जूनियर वर्ग में फॉक्स परसोना स्कूल, चक्रधरपुर विजेता रहा, जबकि मधुसूदन पब्लिक स्कूल, चक्रधरपुर उपविजेता रहा। कैडेट वर्ग में एस.जे. डीएवी पब्लिक स्कूल, चाईबासा ने बाज़ी मारी, वहीं कार्मेल स्कूल, चक्रधरपुर उपविजेता रहा। जूनियर वर्ग में संत ज़ेवियर स्कूल, चक्रधरपुर ने पहला स्थान हासिल किया और पोड़ाहाट ताइक्वांडो क्लब, चक्रधरपुर दूसरे स्थान पर रहा। सीनियर वर्ग में चाईबासा इंजीनियरिंग कॉलेज विजेता बना, जबकि चक्रधरपुर ताइक्वांडो क्लब और बिहारी क्लब, चाईबासा संयुक्त रूप से उपविजेता रहे।
इस अवसर पर पश्चिमी सिंहभूम जिला ताइक्वांडो संघ के सचिव अनुराग शर्मा ने कहा कि यह आयोजन जिले के लिए गर्व की बात है। उनका लक्ष्य ताइक्वांडो जैसे आत्मरक्षा कौशल को ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों तक पहुँचाना है और यह आयोजन उस दिशा में एक सशक्त शुरुआत है। चाईबासा इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रतिनिधियों ने आयोजन को संस्थान के लिए गौरवपूर्ण बताया और भविष्य में ऐसे और कार्यक्रम आयोजित करने की प्रतिबद्धता जताई।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य देवदत्त राहा ने खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि खेल विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास का महत्वपूर्ण माध्यम हैं। इससे अनुशासन, आत्मविश्वास और नेतृत्व जैसी क्षमताओं का विकास होता है, जो उनके जीवन को नई दिशा देता है।
प्रतियोगिता के समापन पर सभी विजेता प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र और पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया गया। आयोजन ने न केवल खेल के प्रति जागरूकता बढ़ाई, बल्कि जिले में खेल संस्कृति को मजबूत बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल के रूप में अपनी पहचान बनाई।