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सांस्कृतिक एकता और परंपरा का प्रतीक बना जमशेदपुर में सत्तुवान पर्व का आयोजन

न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड:जमशेदपुर में भोजपुरिया समाज ने पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ सत्तुवान पर्व को हर्षोल्लास से मनाया। इस अवसर पर पारंपरिक भोज, पूजा-अर्चना और सामाजिक एकजुटता का सुंदर दृश्य देखने को मिला।

भोजपुरी संस्कृति के ऐतिहासिक और परंपरागत पर्व सत्तुवान को जमशेदपुर में भोजपुरिया समाज ने धूमधाम से मनाया। इस अवसर पर परंपरा के अनुसार चना, मकई व जौ का सत्तू, आम के टिकोरे की चटनी, धनिया व पुदीना की चटनी, आम का अचार, गुड़, प्याज, हरी मिर्च आदि सामूहिक रूप से ग्रहण कर लोक आस्था का प्रदर्शन किया गया।

पर्व के मौके पर टाटा वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष टुन्नू चौधरी और भाजपा के वरिष्ठ नेता शैलेन्द्र सिंह बतौर अतिथि शामिल हुए। कार्यक्रम की अध्यक्षता भोजपुरिया समाज की सांस्कृतिक पहचान और वरिष्ठ साहित्यकार अरविंद विद्रोही ने की।

अतिथियों ने अपने संबोधन में कहा कि सत्तुवान केवल एक पर्व नहीं, बल्कि भोजपुरी संस्कृति की गहराइयों से जुड़ा हुआ उत्सव है, जो प्रकृति, जीवनशैली और समाज के बीच सामंजस्य का संदेश देता है। यह पर्व तब मनाया जाता है जब सूर्य कर्क रेखा से दक्षिण की ओर गमन करता है, जिसे सौर मास की दृष्टि से विशेष माना जाता है।

इस दिन भोजपुरिया समाज के लोग नदियों में स्नान कर पूजन करते हैं और जौ के सत्तू, टिकोरा और गुड़ को गरीब व असहायों में वितरित कर पुण्य अर्जित करते हैं। साथ ही ईष्ट देवता व ब्रह्म बाबा को अर्पण कर नए अन्न का प्रसाद रूप में सेवन किया जाता है। यह पर्व सामाजिक सौहार्द, प्रेम और आनंद का प्रतीक है।

कार्यक्रम में बड़ी संख्या में भोजपुरी समाज के लोग शामिल हुए जिनमें प्रमुख रूप से महामंत्री प्रदीप सिंह भोजपुरिया, यमुना तिवारी हर्षित, मसूद खान, उदय प्रताप हयात, शशि भूषण मिश्रा, कौशलेश कुमार, राजेश पांडेय, सुशील कुमार शर्मा, राजेश भोजपुरिया, डॉ. अजय किशोर चौबे, जगदीश मिश्रा, विजय किशोर चौबे, बलविंदर सिंह, अनिल गिरि, सुनील दुबे, जितेश तिवारी, बिमल, पीसी पांडेय, श्याम सुंदर पांडेय, संजय प्रसाद, पप्पू कुमार सिंह, विवेक सिंह बबुवान, अरुण दुबे आदि उपस्थित थे।

इस आयोजन के माध्यम से भोजपुरिया समाज ने अपनी संस्कृति, परंपरा और सामाजिक एकजुटता का सुंदर उदाहरण प्रस्तुत किया।

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