Regional

एसके ट्युटोरियल कोचिंग संस्थान में धूमधाम से मनाया गया स्थापना दिवस व डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती, टीजीटी शिक्षकों को किया गया सम्मानित

न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड:चाईबासा में शिक्षा के क्षेत्र में सतत प्रगति और समर्पण का प्रतीक बन चुका एसके ट्युटोरियल कोचिंग संस्थान ने अपने स्थापना दिवस के साथ-साथ भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर जी की जयंती को भी उत्साहपूर्वक मनाया। यह आयोजन न केवल संस्थान के गौरवपूर्ण इतिहास और उपलब्धियों को दर्शाने वाला रहा, बल्कि सामाजिक न्याय, समानता और शिक्षा के मूल्यों को भी सशक्त रूप से प्रस्तुत करने वाला सिद्ध हुआ।

कार्यक्रम की शुरुआत संस्थान के निदेशक दयानिधि महतो द्वारा दीप प्रज्वलन एवं डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर की गई। इस अवसर पर टीजीटी (प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक) परीक्षा में सफलता प्राप्त करने वाले शिक्षकों को विशेष रूप से सम्मानित किया गया। सुसारी होरो, सुचित्रा कपूर, नीता पॉल, मालती मेलगान्डी, सोसन बारजो सहित अन्य शिक्षकों को गुलदस्ता और प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। यह सम्मान उनके अथक प्रयासों, संघर्ष और समर्पण का प्रतीक रहा।

सम्मान समारोह के दौरान सभी शिक्षकों ने अपने जीवन के संघर्षों की प्रेरणादायक कहानियां साझा कीं, जिसने उपस्थित विद्यार्थियों और अन्य अतिथियों को गहरे रूप से प्रभावित किया। शिक्षकों ने बताया कि पदस्थापना के बाद वे किस तरह बच्चों के सर्वांगीण विकास में सक्रिय रूप से योगदान दे रहे हैं, विद्यालय में सकारात्मक परिवर्तन ला रहे हैं और छात्रों की संख्या में भी उल्लेखनीय वृद्धि कर रहे हैं।

संस्थान की छात्राएं सुमनलता और सुशीला ने डॉ. भीमराव अंबेडकर के जीवन, उनके संघर्ष, और भारतीय समाज में उनके योगदान पर अपने विचार रखे। उन्होंने विशेष रूप से यह उल्लेख किया कि किस प्रकार बाबा साहेब ने शिक्षा को सामाजिक उन्नति का सबसे सशक्त माध्यम बताया था। साथ ही स्थापना दिवस के महत्व पर भी विचार प्रस्तुत किए।

कार्यक्रम का कुशल संचालन जगन्नाथ हेस्सा और कौशल्या सावैयां ने किया। वहीं, केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (CTET) में सफलता प्राप्त करने वाले 100 से अधिक शिक्षार्थियों को निदेशक महतो द्वारा शुभकामनाएं दी गईं, जिससे छात्रों में नई ऊर्जा और उत्साह का संचार हुआ।

इस भव्य कार्यक्रम में निदेशक दयानिधि महतो के अलावा संस्थान से जुड़ी कई अन्य विशिष्ट हस्तियां जैसे सरिता गागराई, सावित्री देवगम, प्रदीप उरांव, सरोज दोंगो, गोवाई गागराई, सुशीला कुमारी, करिशमा बारी, पिंकी बारी, लवली पुरती, पायल पुरती, पुरनिमा सामड, जया गोप, लक्ष्मी कुमारी, अंजुशा नायक, लक्ष्मी सावैंयां, पूनम कुमारी और बालेमा बारी आदि उपस्थित रहीं।

इस आयोजन ने यह स्पष्ट कर दिया कि एसके ट्युटोरियल सिर्फ एक कोचिंग संस्थान नहीं, बल्कि एक ऐसा मंच है जहाँ शिक्षा, समानता और प्रेरणा को नई दिशा देने का कार्य हो रहा है। संस्थान का यह प्रयास समाज के प्रति उसकी जिम्मेदारी और संकल्प को उजागर करता है।

Related Posts