सरायकेला से रवाना हुआ पोषण जागरूकता रथ, हर घर तक पहुंचेगा स्वस्थ जीवन का संदेश

न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड:सरायकेला जिले में आठ अप्रैल से शुरू हुए पोषण पखवाड़ा 2025 के तहत मंगलवार को समाहरणालय परिसर सरायकेला से पोषण जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला और पुलिस अधीक्षक मुकेश कुमार लुणायत ने संयुक्त रूप से किया। इस अवसर पर मौजूद अधिकारियों, कर्मियों और आम नागरिकों को कुपोषण के खिलाफ सामूहिक रूप से शपथ भी दिलाई गई।
शपथ में सभी ने यह संकल्प लिया कि वे देश के बच्चों, किशोरों और महिलाओं को कुपोषण से मुक्त कर उन्हें स्वस्थ, शिक्षित और सशक्त बनाने के लिए कार्य करेंगे। साथ ही, यह भी प्रतिज्ञा ली गई कि वे अपने आस-पास के लोगों को सही पोषण, साफ पानी और स्वास्थ्यवर्धक जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करेंगे। पोषण को जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से सभी ने यह भी कहा कि वे पोषण अभियान को एक राष्ट्रव्यापी जन आंदोलन का रूप देंगे। बाल विवाह जैसी सामाजिक कुप्रथाओं का विरोध करेंगे और जहाँ कहीं भी ऐसी घटनाएं होंगी, वहाँ सक्रिय रूप से रोकथाम में भाग लेंगे।
इस दौरान उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला ने जिला सामाजिक कल्याण पदाधिकारी (डीएसडब्ल्यूओ) सत्या ठाकुर से पोषण पखवाड़ा के अंतर्गत किए जा रहे कार्यों की जानकारी ली। साथ ही, जागरूकता रथ की गतिविधियों और उसके भ्रमण रोस्टर पर भी चर्चा की।
डीसी शुक्ला ने बताया कि यह जागरूकता रथ जिले के दूरस्थ प्रखंडों और ग्रामीण इलाकों तक जाकर पोषण के महत्व को लेकर लोगों को जागरूक करेगा। खासकर बच्चों के जीवन के पहले हजार दिन, पोषण ट्रैकर के उपयोग, सामुदायिक स्तर पर कुपोषण प्रबंधन और बच्चों में मोटापे की रोकथाम के लिए संतुलित जीवनशैली जैसी बातों पर फोकस किया जाएगा। रथ के माध्यम से लोगों को यह भी बताया जाएगा कि उनके आहार में हरी पत्तेदार सब्जियां, दूध, फल और अंडे जैसे पोषक तत्वों को शामिल करना क्यों जरूरी है।
सरायकेला जिला प्रशासन का यह प्रयास न केवल पोषण के प्रति आमजन को सजग करने का माध्यम बनेगा, बल्कि स्वस्थ और सशक्त समाज की नींव भी मजबूत करेगा। पोषण पखवाड़ा को लेकर जिले में सकारात्मक वातावरण तैयार हो रहा है, जो आने वाले समय में कुपोषण के खिलाफ एक मजबूत जन आंदोलन का रूप ले सकता है।