उपायुक्त ने नजारत एवं स्थापना शाखा का किया निरीक्षण, महत्वपूर्ण संचिका, पंजी आदि की जांच कर दिए आवश्यक दिशा-निर्देश*

न्यूज लहर संवाददाता
झारखंड: पूर्वी सिंहभूम जिला दण्डाधिकारी सह उपायुक्त अनन्य मित्तल द्वारा नजारत एवं स्थापना शाखा का निरीक्षण कर सरकारी दस्तावेजों, पंजी एवं संचिकाओं का अवलोकन किया गया । इस दौरान उन्होने आगत-निर्गत पंजी, रोकड़ पंजी, संचिका, सी.एन.सी रजिस्टर, स्टॉक रजिस्टर, इंडेक्स रजिस्टर आदि महत्वपूर्ण रिकॉर्ड संधारण की जांच की तथा कमियों को रेखांकित करते हुए उसे अद्यतन करने, सरकारी नियमावली के अनुरूप संचिकाओं का संधारण करने के निर्देश दिए । सरकारी राशि के माध्यम से क्रय की गई सामग्रियों आदि का उचित तरीके से संचिका,
भंडार पंजी में संधारण नियमित रूप से करने के निर्देश दिए । साथ ही समय-समय पर वित्त विभाग और सरकार के द्वारा दिए गए गाइडलाइन का अक्षरश: अनुपालन करने का निर्देश निकासी एवं व्ययन पदाधिकारियों को दिया । वहीं, सरकार के द्वारा जारी महत्वपूर्ण संकल्प, गाइडलाइन को गार्ड फाइल में संधारित करने के निर्देश दिए ।
जिला दण्डाधिकारी सह उपायुक्त द्वारा दोनों शाखा में प्रतिनियुक्त मानव श्रम बल की उपलब्धता की समीक्षा के अलावा दैनिक उपस्थिति पंजी की जांच की गई। उन्होने स्पष्ट निर्देश दिया कि कर्मी ससमय कार्यालय आएं और अपना बायोमीट्रिक उपस्थिति जरूर दर्ज करें। कर्मियों के बीच कार्य के बंटवारे की जानकारी ली । वहीं, निरीक्षण के दौरान उन्होने कार्यालय परिसर की समुचित साफ-सफाई, कार्यावधि का समुचित उपयोग करते हुए कार्यों का संपादन करने के निर्देश दिए ।
मौके पर एडीसी भगीरथ प्रसाद, नजारत उप समाहर्ता डेविड बलिहार, कार्यपालक दण्डाधिकारी चंद्रजीत सिंह व अन्य संबंधित उपस्थित रहे ।