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चाईबासा सदर अस्पताल में चिकित्सा सेवाओं के विस्तार को लेकर हुई महत्वपूर्ण बैठक, मरीजों की सुविधा के लिए लिए गए कई निर्णय

न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड:सदर अस्पताल, चाईबासा के सभा कक्ष में गुरुवार को जिला अस्पताल प्रबंधन समिति की एक अहम बैठक आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता जिला परिषद अध्यक्ष लक्ष्मी सुरेन ने की। बैठक में पूर्व की बैठकों के निर्णयों की समीक्षा के साथ-साथ अस्पताल की व्यवस्थाओं को अधिक सुदृढ़ एवं जनोपयोगी बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर चर्चा की गई।

बैठक के दौरान अस्पताल परिसर की समग्र व्यवस्था सुधारने की दिशा में कदम उठाए जाने की बात कही गई। जिला परिषद अध्यक्ष ने वर्षों से अस्पताल परिसर में संचालित दुकानों से लंबित किराया वसूलने का निर्देश दिया। साथ ही उन्होंने बिजली आपूर्ति में सुधार और मरीजों के निजी सामानों की सुरक्षा के लिए प्रत्येक वार्ड में सुरक्षित बॉक्स निर्माण की आवश्यकता पर बल दिया।

बैठक में मंत्री दीपक बिरुवा के प्रतिनिधि अधिवक्ता राजा राम गुप्ता ने मरीजों से जुड़े कई जमीनी समस्याओं को उजागर किया। उन्होंने बताया कि आपात स्थिति में 108 नंबर पर कॉल किए जाने के बावजूद समय पर एंबुलेंस नहीं मिलती, जिससे मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने सदर अस्पताल में वेंटिलेटर से युक्त दो एएनएस एंबुलेंस की व्यवस्था की मांग की। इसके साथ ही उन्होंने रात्रिकालीन मेडिकल स्टोर की व्यवस्था, चिकित्सकों और स्वास्थ्यकर्मियों के लिए ड्रेस कोड लागू करने, तथा सीटी स्कैन एवं एमआरआई सुविधाओं की बहाली की आवश्यकता पर भी जोर दिया।

राजा राम गुप्ता ने मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी उपचार योजना के तहत मिलने वाली आर्थिक सहायता बंद हो जाने की स्थिति में मरीजों को हो रही दिक्कतों पर चिंता जताते हुए राज्य सरकार से शीघ्र फंड उपलब्ध कराने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि रात्रि के समय जीवन रक्षक दवाओं की अनुपलब्धता के कारण कई बार मरीजों को गंभीर हालात का सामना करना पड़ता है।

बैठक में मौजूद सिविल सर्जन डॉ. सुशांत कुमार मांझी ने बताया कि मेडिकल स्टोर एवं आधुनिक जांच सुविधाओं की बहाली के लिए शीघ्र कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि रात्रिकालीन मेडिकल स्टोर के लिए ड्रग इंस्पेक्टर को पत्राचार किया गया है और अन्य आवश्यक सेवाओं को भी बहाल करने की दिशा में पहल की जा रही है।

बैठक में अस्पताल की आमदनी बढ़ाने और सुविधाओं के विस्तार को लेकर भी कई निर्णय लिए गए। इनमें एक्स-रे एवं पैथोलॉजिकल जांच शुल्क में आंशिक वृद्धि, फिजियोथेरेपी एवं आरसीटी सेवाओं के लिए शुल्क निर्धारण, 20 बेड वाले टीवी वार्ड एवं बर्न वार्ड के निर्माण, आरओ प्लांट लगाने, 24×7 डीपीएच लैब एवं फार्मेसी संचालन की योजना शामिल है। इसके अलावा अस्पताल परिसर में पार्किंग स्थल निर्धारित करने, निर्माणाधीन स्टाफ क्वार्टर के जीर्णोद्धार, चोरी की घटनाओं पर प्राथमिकी दर्ज कराने और एंबुलेंस चालकों का लंबित मानदेय भुगतान करने जैसे मुद्दों पर भी सहमति बनी।

बैठक में सिविल सर्जन डॉ. सुशांत कुमार मांझी, जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ. आलोक रंजन महतो, अस्पताल प्रबंधन समिति के सदस्य अनिल लकड़ा, फादर अगस्टिन कुल्लू, अस्पताल प्रबंधक आशीष कुमार, नगर परिषद के सिटी मैनेजर संतोष बेदिया, एनजीओ प्रतिनिधि प्रकाश लागुरी, लिपिक वनरंजन सिन्हा सहित कई पदाधिकारी उपस्थित थे।

बैठक में लिए गए निर्णय इस ओर इशारा करते हैं कि चाईबासा सदर अस्पताल को जनहित की दृष्टि से और अधिक सक्षम व व्यवस्थित बनाने की दिशा में ठोस प्रयास किए जा रहे हैं, जिससे आम लोगों को बेहतर और समय पर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जा सकें।

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