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संविधान की रक्षा के लिए भाजपा का आंदोलन, मंत्री हफीजुल के बयान पर विरोध तेज

न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड:चाईबासा में झारखंड सरकार के मंत्री हफीजुल हसन द्वारा “संविधान से ऊपर शरीयत” को प्राथमिकता देने संबंधी विवादास्पद बयान के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी, पश्चिमी सिंहभूम जिला इकाई ने मोर्चा खोल दिया है। इस बयान को संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों का अपमान मानते हुए भाजपा ने शुक्रवार, 18 अप्रैल को चाईबासा में एकदिवसीय धरना प्रदर्शन आयोजित करने का ऐलान किया है।

यह धरना पूर्वाह्न 11 बजे से कोर्ट रोड स्थित पुराने डीसी कार्यालय परिसर में आयोजित होगा, जिसका नेतृत्व भाजपा जिला अध्यक्ष संजय पांडे करेंगे। भाजपा ने स्पष्ट किया है कि यह विरोध प्रदर्शन केवल एक राजनीतिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि संविधान की गरिमा को बनाए रखने की दिशा में जनजागरण का प्रयास है।

पार्टी नेताओं का कहना है कि मंत्री का यह बयान धार्मिक तुष्टिकरण की चरम सीमा को दर्शाता है और राज्य सरकार की चुप्पी उसकी मंशा को उजागर करती है। भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया कि हाल के दिनों में राज्य में बढ़ती सांप्रदायिक घटनाएं और हिंदू त्योहारों पर पत्थरबाजी जैसी घटनाएं इसी तुष्टिकरण नीति का परिणाम हैं, जिससे झारखंड की सामाजिक एकता और शांति व्यवस्था खतरे में पड़ रही है।

धरने के दौरान पूर्व मंत्री बड़कुंवर गागराई, पूर्व सांसद गीता कोड़ा, पूर्व विधायक शशि भूषण समड़, जवाहरलाल बानरा, गुरुचरण नायक, प्रदेश प्रवक्ता जे.बी. तुबिड और गीता बालमुचू सहित कई वरिष्ठ नेता आमजनों को संबोधित करेंगे और मंत्री के बयान के पीछे की राजनीति को उजागर करेंगे।

जिला भाजपा ने सभी कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों और राष्ट्रभक्त नागरिकों से आह्वान किया है कि वे अधिक से अधिक संख्या में धरना स्थल पर पहुंचें और लोकतांत्रिक एवं शांतिपूर्ण तरीके से संविधान विरोधी मानसिकता के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करें। पार्टी का कहना है कि यह आंदोलन संविधान की मर्यादा और राष्ट्र की एकता की रक्षा के लिए एक आवश्यक पहल है।

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