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सदर अस्पताल की व्यवस्थाओं पर भाजपा नेता हेमंत केशरी ने उठाए सवाल, उपायुक्त से मांगी विस्तृत जानकारी

न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड: चाईबासा सदर अस्पताल की व्यवस्थाओं को लेकर भारतीय जनता पार्टी पिछड़ा जाति मोर्चा, झारखंड प्रदेश के प्रदेश मंत्री हेमंत कुमार केशरी ने जिला उपायुक्त को पत्र लिखकर अस्पताल के आय-व्यय, सुविधाएं और प्रबंधन से जुड़ी तमाम जानकारियां मांगी हैं। उन्होंने जनहित में इसे अत्यंत आवश्यक बताते हुए कहा कि जिले के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल की पारदर्शिता और सेवा गुणवत्ता सुनिश्चित करना प्रशासन की जिम्मेदारी है।

अपने पत्र में हेमंत केशरी ने कुल 14 बिंदुओं पर विस्तृत जानकारी मांगी है। इसमें अस्पताल की आय के स्रोत, वार्षिक खर्च, केंद्र और राज्य सरकार से मिलने वाली राशि और उसके खर्च का ब्योरा शामिल है। साथ ही उन्होंने यह भी जानना चाहा है कि वर्तमान में अस्पताल में कितने चिकित्सक कार्यरत हैं और क्या गर्भवती महिलाओं के लिए 24 घंटे सोनोग्राफी की सुविधा उपलब्ध है।

केशरी ने अस्पताल प्रबंधन समिति के गठन, उसके कार्यक्षेत्र और सदस्यों की नियुक्ति प्रक्रिया की जानकारी भी मांगी है। उन्होंने अस्पताल में उपलब्ध एंबुलेंस की संख्या, उनकी कार्यशीलता और देखरेख की जिम्मेदारी का विवरण, साथ ही जिले में 108 एंबुलेंस की कुल संख्या और चालकों की हड़ताल की स्थिति में की गई वैकल्पिक व्यवस्था पर भी सवाल उठाए हैं।

इसके अलावा, इमरजेंसी वार्ड और ICU में बेड की संख्या, ICU में भर्ती मरीजों को मिलने वाली आवश्यक सुविधाएं, आपातकालीन वार्ड में तैनात चिकित्सकों की संख्या और मरीजों को मिलने वाली भोजन व्यवस्था की जानकारी भी मांगी गई है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया है कि जिन दवाओं की उपलब्धता अस्पताल में नहीं है, उनके लिए सरकार की वैकल्पिक व्यवस्था क्या है।

पत्र के अंत में भाजपा नेता ने यह मांग भी की कि चाईबासा सदर अस्पताल जैसे प्रमुख संस्थान की बेहतर देखभाल के लिए कम से कम चार अस्पताल प्रबंधकों की नियुक्ति की जानी चाहिए ताकि 24 घंटे मरीजों को समुचित स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें। उन्होंने जिला प्रशासन से आग्रह किया है कि उपरोक्त सभी बिंदुओं पर शीघ्रता से लिखित जानकारी उपलब्ध करवाई जाए ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि अस्पताल की व्यवस्थाएं जनहित के अनुरूप संचालित हो रही हैं या नहीं।

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