टाटानगर बना पूर्वी भारत का पहला स्टेशन, जहां ट्रेन इंजनों में लगाए गए टॉयलेट और एसी

न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड:जमशेदपुर के टाटानगर रेलवे स्टेशन पर पूर्वी भारत में पहली बार लोको पायलट और को-पायलट के लिए ट्रेन इंजनों में अत्याधुनिक टॉयलेट और एसी की सुविधा शुरू की गई है। यह सुविधा लोको पायलटों को बेहतर कार्य परिवेश प्रदान करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
जमशेदपुर में रेलवे इतिहास में पहली बार एक नई पहल की गई है, जहां टाटानगर रेलवे स्टेशन पर सात ट्रेन इंजनों में लोको पायलट और को-पायलट के लिए आधुनिक टॉयलेट और एयर कंडीशनिंग (एसी) की सुविधा शुरू की गई है। इसके अलावा, लगभग 1450 ट्रेन इंजनों में एसी लगाए गए हैं ताकि चालकों को लंबे समय तक संचालन के दौरान बेहतर वातावरण मिल सके।
यह सुविधा विशेष रूप से मालगाड़ियों के लिए तैयार इंजनों में शुरू की गई है। पहले चरण में यह सुविधा गुड्स ट्रेनों में दी जाएगी, जिसके बाद इसे मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों के इंजनों में भी लागू किया जाएगा।
गार्डन रीच, कोलकाता से आए दक्षिण पूर्व रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी (पीआरओ) सोपान दत्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि यह पूर्वी भारत का पहला स्टेशन है, जहां इस तरह की उन्नत सुविधा लोको पायलटों के लिए उपलब्ध कराई गई है।
उन्होंने बताया कि यह पहल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उन लोको पायलटों की कार्य स्थितियों को ध्यान में रखकर शुरू की गई है, जो कठिन परिस्थितियों में ट्रेनें चलाते हैं। अब लोको पायलटों को लंबे सफर के दौरान सुविधा की कमी से जूझना नहीं पड़ेगा, जिससे उनके स्वास्थ्य और काम की गुणवत्ता दोनों में सुधार होगा।
इस आधुनिक सुविधा की शुरुआत से रेलवे स्टाफ में भी खुशी का माहौल है और इसे भारतीय रेलवे में एक ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है।