करणी सेना के प्रदेश उपाध्यक्ष विनय सिंह की अंतिम यात्रा में उमड़ा जनसैलाब, नेताओं ने सरकार को ठहराया जिम्मेदार

न्यूज़ लहर संवाददाता
जमशेदपुर में करणी सेना के प्रदेश उपाध्यक्ष विनय सिंह की हत्या के तीन दिन बाद मंगलवार को भारी जनसमूह की उपस्थिति में उनका अंतिम संस्कार किया गया। इस मौके पर सामाजिक संगठनों के साथ-साथ कई राजनीतिक नेताओं ने सरकार और प्रशासन की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठाए।
जमशेदपुर के मानगो स्थित आस्था स्पेस टाउन से मंगलवार को करणी सेना के प्रदेश उपाध्यक्ष विनय सिंह की अंतिम यात्रा निकाली गई। सैकड़ों की संख्या में समाज के विभिन्न वर्गों के लोग इस यात्रा में शामिल हुए और उन्हें नम आंखों से अंतिम विदाई दी। शव यात्रा मानगो से होते हुए सीतारामडेरा, भुइयांडीह होते हुए सुवर्णरेखा बर्निंग घाट पहुंची, जहां उनका अंतिम संस्कार किया गया।
इस दौरान करणी सेना, क्षत्रिय समाज समेत कई संगठनों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। लोग हाथों में बैनर-पोस्टर और झंडे लिए ‘विनय सिंह अमर रहें’ के नारे लगाते दिखे।
वहीं, इस दुखद मौके पर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा विनय सिंह के घर पहुंचे और परिजनों से मुलाकात कर सांत्वना दी। उन्होंने इस हत्याकांड के लिए राज्य पुलिस को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि सामाजिक कार्यकर्ताओं की इस तरह हत्या होना बेहद चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है, जिससे आम नागरिक भय के साये में जी रहा है।
पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने भी इस घटना पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि न सिर्फ जमशेदपुर बल्कि पूरे राज्य में अपराध की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। रांची, धनबाद, जमशेदपुर जैसे प्रमुख शहर भी अपराध से अछूते नहीं हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर निशाना साधते हुए कहा कि वह विदेश में निवेशकों को आमंत्रित कर रहे हैं, लेकिन अपने ही राज्य में बढ़ते अपराध पर ध्यान नहीं दे रहे। निवेश वहीं आते हैं, जहां उन्हें सुरक्षित और सकारात्मक वातावरण मिले।
जनता और नेताओं की प्रतिक्रियाओं से साफ है कि विनय सिंह की हत्या ने समाज को झकझोर कर रख दिया है। अब देखने वाली बात यह होगी कि सरकार इस गंभीर मुद्दे पर क्या ठोस कदम उठाती है।