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नीलाम पत्र शाखा एवं कोषागार का उपायुक्त अनन्य मित्तल ने किया निरीक्षण, दिए कई अहम दिशा-निर्देश

न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड:पूर्वी सिंहभूम जिला दण्डाधिकारी सह उपायुक्त अनन्य मित्तल ने समाहरणालय स्थित नीलाम पत्र शाखा और कोषागार कार्यालय का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने बायोमीट्रिक उपस्थिति, महत्वपूर्ण संचिकाओं, पंजी और सरकारी दस्तावेजों की जांच की तथा संबंधित अधिकारियों को कई दिशा-निर्देश जारी किए।

नीलाम पत्र शाखा के निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि नीलाम पत्र से संबंधित न्यायालय के वादों में देनदारों को समयबद्ध नोटिस जारी कर पूरी राशि की वसूली सुनिश्चित करें। उन्होंने स्पष्ट किया कि निर्धारित अवधि में राशि वापसी नहीं होने की स्थिति में विधिसम्मत कार्रवाई की जाए।

निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने नीलाम पत्र कार्यालय में संचालित कार्यों जैसे वादों की अद्यतन स्थिति से न्यायालय को अवगत कराना, रजिस्टर का मिलान, बड़े बकायेदारों की सूची प्रस्तुत करना, और अनापत्ति प्रमाण पत्र समय पर निर्गत करने जैसे विषयों पर विस्तार से जानकारी ली। साथ ही लंबित वादों के शीघ्र निष्पादन का निर्देश भी दिया।

उन्होंने यह भी कहा कि अधियाचना दायर करने से पूर्व देनदार के पते का भौतिक सत्यापन कर एड्रेस प्रूफ संबंधित दस्तावेजों को संलग्न करना अनिवार्य है। इसके अलावा, उन्होंने ऑनलाइन बायोमीट्रिक उपस्थिति दर्ज करने में लापरवाही पर नाराजगी जताई और सभी कर्मचारियों को समय पर कार्यालय पहुंचने तथा अनिवार्य रूप से उपस्थिति दर्ज करने का निर्देश दिया।

कोषागार कार्यालय के निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने बिल भुगतान संबंधी संचिकाएं, स्टॉक रजिस्टर, सर्विस बुक और कर्मचारियों की जानकारी की समीक्षा की। उन्होंने कोषागार में सुरक्षित रूप से रखी जाने वाली महत्वपूर्ण दस्तावेजों, प्रश्न पत्रों और संचिकाओं की सुरक्षा को लेकर विशेष सतर्कता बरतने का निर्देश दिया।

उन्होंने कहा कि फायर सेफ्टी उपकरणों और सुरक्षा गार्डों की व्यवस्था समय-समय पर जांची जाए और दिव्यांग तथा वृद्ध पेंशनभोगियों के लिए बैठने की उचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। साथ ही, पेंशन और पोस्ट रिटायरमेंट बेनिफिट्स से जुड़े मामलों को प्राथमिकता से निष्पादित करने का भी निर्देश दिया गया।

निरीक्षण के दौरान एसडीएम धालभूम श्रीमती शताब्दी मजूमदार, अपर उपायुक्त भगीरथ प्रसाद, एनईपी निदेशक संतोष गर्ग, कार्यपालक दण्डाधिकारी मृत्युंजय कुमार, चंद्रजीत सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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