भाजपा को “अंबेडकर सम्मान” नहीं, “पश्चाताप” कार्यक्रम करना चाहिए : कांग्रेस* *चाईबासा में कांग्रेसियों का भाजपा पर तीखा प्रहार, बोले – संविधान बचाओ अभियान से घबरा गई है भाजपा*

न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड: भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष बड़कुवर गागराई द्वारा कांग्रेस के संविधान बचाओ अभियान को “राजनीतिक ढकोसला” बताए जाने पर शुक्रवार को कांग्रेस भवन, चाईबासा में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जोरदार प्रतिक्रिया व्यक्त की। बैठक में कांग्रेस नेताओं ने भाजपा पर तीखे आरोप लगाते हुए कहा कि संविधान पर हमला करने वाली भाजपा को “अंबेडकर सम्मान विचार गोष्ठी” नहीं, बल्कि “पश्चाताप कार्यक्रम” आयोजित करना चाहिए।
कांग्रेस जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर दास ने कहा कि कांग्रेस का संविधान बचाओ अभियान भाजपा की आंख की किरकिरी बन गया है। भाजपा की बौखलाहट उनके नेताओं की अनर्गल बयानबाजी से साफ झलक रही है। उन्होंने कहा कि देश को आज जो अधिकार और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता मिली है, वह संविधान की ही देन है, जिसे बाबा साहेब अंबेडकर और नेहरू-गांधी जैसे नेताओं ने बनाया था। भाजपा उसी संविधान को कमजोर करने पर तुली हुई है।
दास ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में सरकारी उपक्रमों को निजी हाथों में सौंपकर अपनों को लाभ पहुंचाया गया। साथ ही, ईडी और सीबीआई जैसे केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर विपक्ष को निशाना बनाया गया। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “जो भी भाजपा में शामिल हो जाता है, वह भ्रष्टाचार के आरोपों से मुक्त होकर फूलों का माला बन जाता है।”
कांग्रेस जिला प्रवक्ता त्रिशानु राय ने भाजपा की विचारधारा पर सवाल उठाते हुए कहा कि बाबा साहेब अंबेडकर के हिंदू कोड बिल का विरोध करने वाले संघ और भाजपा नेता आज उनके नाम पर राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण शौरी ने अपनी किताब ‘Worshipping False Gods’ में अंबेडकर पर आपत्तिजनक टिप्पणियां की थीं, जिसे भाजपा ने कभी खारिज नहीं किया।
मौके पर उपस्थित सभी कांग्रेस नेताओं ने एक स्वर में कहा कि भाजपा अगर वास्तव में अंबेडकर का सम्मान करना चाहती है, तो उसे पहले अपने कृत्यों के लिए देश से माफी मांगनी चाहिए।
बैठक में जिला महासचिव लियोनार्ड बोदरा, नगर अध्यक्ष मो. सलीम, प्रखंड अध्यक्ष दिकु सावैयां, पंचायत अध्यक्ष गोपी बोदरा, मंडल अध्यक्ष अशोक मुंडरी सहित कई वरिष्ठ कांग्रेसी नेता मौजूद रहे।