आनंदपुर में चार विकास योजनाओं का शिलान्यास, जोबा माझी बोलीं— ‘सर्वांगीण विकास ही मेरी प्राथमिकता’* *सांसद और विधायक ने ग्रामीणों से किया संवाद, भरोसा दिलाया— क्षेत्र के हर कोने तक पहुँचेगा विकास*

न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड: पश्चिम सिंहभूम जिला स्थित आनंदपुर में सिंहभूम संसदीय क्षेत्र की सांसद जोबा माझी और मनोहरपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक जगत माझी ने शनिवार को आनंदपुर प्रखंड के दूरस्थ और जरूरतमंद इलाकों में चार महत्वपूर्ण विकास योजनाओं का संयुक्त रूप से शिलान्यास किया। इन योजनाओं के तहत ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल द्वारा पीसीसी सड़क और पुलिया का निर्माण किया जाएगा, जिससे स्थानीय ग्रामीणों को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है।
*शिलान्यास की गई योजनाओं में शामिल हैं:*
ग्राम कान्डी मुण्डा टोला से रोमा स्कूल तक पीसीसी सड़क निर्माण (हारता पंचायत)
ओनोर कोचा में जोसेफ घर से कोयल नदी किनारे तक पीसीसी पथ
ग्राम मेरमेन्डा में ओसंगी और मेरमेन्डा की सीमा पर नाले पर पुलिया निर्माण
रांगामाटी से गुंडरी जाने वाले मार्ग पर पीसीसी सड़क निर्माण
इस अवसर पर सांसद जोबा माझी ने कहा, “सिंहभूम क्षेत्र का समग्र विकास मेरी सर्वोच्च प्राथमिकता है। सड़क, पुल-पुलिया, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे मूलभूत सुविधाओं के विस्तार के लिए निरंतर प्रयास हो रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों की समस्याएं समझने और उन्हें प्राथमिकता देने के लिए लगातार क्षेत्रीय दौरे किए जा रहे हैं। सांसद ने यह भी स्पष्ट किया कि जरूरतमंद क्षेत्रों में योजनाओं को स्वीकृति दिलाकर धरातल पर उतारने का कार्य तेज़ी से किया जा रहा है।
विधायक जगत माझी ने कहा कि वे हर मंगलवार को प्रखंड कार्यालय में जनता दरबार आयोजित करते हैं, ताकि आम जनता सीधे अपनी समस्याएं रख सके। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की कि वे खुलकर अपनी समस्याएं बताएं और विश्वास दिलाया कि हर समस्या का समाधान प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा।
इस कार्यक्रम में भारी संख्या में ग्रामीण और झामुमो के पदाधिकारी उपस्थित रहे, जिनमें प्रमुख रूप से प्रखंड अध्यक्ष सिलबीरयुस तिर्की, सचिव राजू सिंह, बंधना उरांव, संजीव गंताइत, अजय कच्छप, आशीष गंताइत, मुकेश रजक, कोमल लुगुन, बुधेश्वर धनवार, संजय धनवार, ज्योतिष बरजो, पिंटू जैन, विक्रम सिंह सहित कई स्थानीय लोग और कार्यकर्ता मौजूद थे।
इस शिलान्यास कार्यक्रम ने एक बार फिर साबित किया कि विकास केवल कागज़ों तक सीमित नहीं, बल्कि जमीनी हकीकत बन रहा है। आने वाले दिनों में इन योजनाओं के पूर्ण होने से आनंदपुर प्रखंड के ग्रामीण इलाकों की तस्वीर में सकारात्मक बदलाव की उम्मीद की जा रही है।