Regional

चाईबासा में अधिवक्ताओं को ई-फाइलिंग का प्रशिक्षण, तकनीकी दक्षता की दिशा में बड़ा कदम* *जिला जज ने कहा— यह पहल अधिवक्ताओं को तकनीकी रूप से समृद्ध बनाएगी*

 

न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड:चाईबासा में ई-कोर्ट प्रणाली को प्रभावी बनाने और अधिवक्ताओं को तकनीकी रूप से दक्ष बनाने की दिशा में रविवार को चाईबासा व्यवहार न्यायालय एवं चक्रधरपुर अनुमंडल न्यायालय के अधिवक्ताओं और अधिवक्ता लिपिकों को ई-फाइलिंग एवं वर्चुअल कोर्ट संचालन का एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया।

यह प्रशिक्षण ई-कमेटी सुप्रीम कोर्ट, नई दिल्ली के निर्देश और झारखंड न्यायिक अकादमी, रांची एवं प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश मोहम्मद शाकिर के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया।

मुख्य अतिथि जिला एवं सत्र न्यायाधीश मोहम्मद शाकिर ने कहा कि “यह प्रशिक्षण अधिवक्ताओं को तकनीकी रूप से अद्यतन करने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।” उन्होंने बताया कि ई-कोर्ट के माध्यम से अब वादियों और अधिवक्ताओं को केस की स्थिति, संख्या, सुनवाई की तारीख समेत सभी जानकारी घर बैठे मिल सकेगी।

जिला अधिवक्ता संघ के सचिव अगस्टिन कुल्लू ने प्रशिक्षण को लाभकारी बताया और कहा कि यह पहल अधिवक्ताओं की कार्यक्षमता को बढ़ाएगी।

प्रशिक्षण में मुख्य प्रशिक्षक अधिवक्ता अजित विश्वकर्मा ने महत्वपूर्ण जानकारियां साझा कीं।
इस अवसर पर प्रधान न्यायाधीश, कुटुंब न्यायालय योगेश्वर मणि, मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी अक्षत श्रीवास्तव, जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव रवि चौधरी, निबंधक सह अनुमंडल न्यायिक दंडाधिकारी सुप्रिया रानी तिग्गा, अधिवक्ता संघ के उपाध्यक्ष कैसर परवेज, सहित कई न्यायिक पदाधिकारी, अधिवक्ता एवं लिपिक उपस्थित रहे।

तकनीकी ज्ञान से लैस यह कदम न्यायिक प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी और सुगम बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।

Related Posts