झारखंड में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को भारत छोड़ने का आदेश, नाबालिग बच्चों के भविष्य पर फैसला लंबित

न्यूज़ लहर संवाददाता
रांची: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले में 28 पर्यटकों की हत्या के बाद भारत सरकार ने सख्त कदम उठाते हुए देश में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को जल्द भारत छोड़ने का निर्देश दिया है। इस फैसले का असर झारखंड में भी दिखाई दे रहा है, जहां फिलहाल 10 पाकिस्तानी नागरिक रह रहे हैं। इनमें से 3 नाबालिग बच्चे भी शामिल हैं, जिनकी उम्र 2 से 10 साल के बीच है। ये नागरिक रांची, धनबाद, जमशेदपुर और हजारीबाग जैसे शहरों में रह रहे हैं।
सूत्रों के मुताबिक, इन 10 नागरिकों में से 7 के पास लॉन्ग टर्म वीजा (LTV) है। जिनके पास एलटीवी है, उन्हें तत्काल भारत छोड़ने की आवश्यकता नहीं होगी, इसलिए ये 7 नागरिक झारखंड में ही रहेंगे। एलटीवी धारकों में तीन महिलाएं शामिल हैं, जिनकी शादी रांची से पाकिस्तान में हुई थी और वे अब झारखंड में अपने परिवारों के साथ रह रही हैं।
विवाद फिलहाल उन 3 नाबालिग बच्चों को लेकर है, जो हाल ही में पाकिस्तान के कराची शहर से गर्मी की छुट्टियों में झारखंड आए थे। चूंकि ये बच्चे नाबालिग हैं, इसलिए उनकी मां को भारत छोड़ने का वीजा नहीं दिया जा सकता और उनके पिता को भारत आने का वीजा नहीं मिलेगा। ऐसे में इन बच्चों को अकेले पाकिस्तान भेजना एक जटिल और मानवीय संकट बन गया है।
झारखंड का गृह विभाग इस मुद्दे को लेकर केंद्र सरकार से मार्गदर्शन मांग रहा है। केंद्रीय गृह मंत्रालय से निर्देश मिलने के बाद यह तय किया जाएगा कि बच्चों को भारत में रहने दिया जाएगा या फिर पाकिस्तान भेजा जाएगा। प्रशासन बच्चों के संरक्षण और उनकी भलाई को ध्यान में रखते हुए फैसला लेने की बात कर रहा है।
बताया जा रहा है कि इन पाकिस्तानी नागरिकों के सभी दस्तावेजों और वीजा की गहनता से जांच भी शुरू हो चुकी है। सुरक्षा एजेंसियां किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर नजर बनाए हुए हैं। झारखंड सरकार ने भी सभी जिलों के अधिकारियों को सतर्क रहने के निर्देश जारी किए हैं ताकि कानून-व्यवस्था की स्थिति बनी रहे।