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सदर अस्पताल, चाईबासा में अग्निशमन विभाग द्वारा मॉक ड्रिल का आयोजन, आपातकालीन तैयारी की हुई जांच*

न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड:चाईबासा में आज सदर अस्पताल, चाईबासा परिसर में अग्निशमन विभाग, चाईबासा द्वारा एक मॉक ड्रिल (अग्निशमन अभ्यास) का आयोजन किया गया। इस अभ्यास का उद्देश्य आपातकालीन स्थितियों, विशेषकर आग लगने की स्थिति में त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया की तैयारी का परीक्षण करना था।

मॉक ड्रिल के दौरान अस्पताल कर्मचारियों, सुरक्षा कर्मियों और अग्निशमन दल ने संयुक्त रूप से अभ्यास किया, जिसमें यह प्रदर्शित किया गया कि किसी भी आकस्मिक आग की घटना में कैसे सुरक्षित ढंग से मरीजों और स्टाफ को बाहर निकाला जाए, साथ ही आग पर नियंत्रण पाने के लिए फायर फाइटिंग उपकरणों का उपयोग कैसे किया जाए।

अग्निशमन विभाग के अधिकारियों ने ड्रिल के पहले सभी संबंधित कर्मियों को फायर सेफ्टी के मूल सिद्धांत, अग्निशमन यंत्रों के प्रकार, उनका उपयोग, प्राथमिक चिकित्सा उपाय, तथा सुरक्षित निकासी की प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी। ड्रिल में यह भी दिखाया गया कि आग लगने की स्थिति में अलार्म सिस्टम कैसे सक्रिय किया जाए और किस तरह कम से कम समय में अधिक से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला जा सकता है।

सिविल सर्जन चाईबासा, अस्पताल अधीक्षक एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में यह मॉक ड्रिल आयोजित की गई। उन्होंने इस अभ्यास की सराहना करते हुए कहा,
“ऐसे मॉक ड्रिल समय-समय पर होते रहना चाहिए ताकि अस्पताल का स्टाफ हर परिस्थिति में सजग और तैयार रहे। जीवन बचाना हमारी पहली प्राथमिकता है और इसके लिए पूर्व तैयारी बेहद जरूरी है।”

मौके पर उपस्थित लोगों ने अग्निशमन विभाग के इस प्रयास की सराहना की और कहा कि यह अभ्यास न केवल जागरूकता बढ़ाने वाला था बल्कि इससे यह भी स्पष्ट हुआ कि हमारी स्वास्थ्य संस्थाएं आपात स्थितियों से निपटने के लिए कितनी तैयार हैं।

इस मॉक ड्रिल से यह संदेश भी गया कि सतर्कता और पूर्व तैयारी से किसी भी आपदा को टाला जा सकता है। अस्पताल प्रबंधन ने भविष्य में ऐसे अभ्यास नियमित रूप से कराने का आश्वासन दिया ताकि मरीजों और कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

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