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सदर अस्पताल चाईबासा में ‘कायाकल्प’ राष्ट्रीय मूल्यांकन संपन्न, अस्पताल सेवाओं की गुणवत्ता और स्वच्छता को लेकर किया गया गहन निरीक्षण*

न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड: पश्चिमी सिंहभूम जिले के सदर अस्पताल, चाईबासा में बुधवार को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार की एक प्रमुख पहल ‘कायाकल्प’ के तहत राष्ट्रीय मूल्यांकन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। यह मूल्यांकन सार्वजनिक स्वास्थ्य संस्थानों में स्वच्छता, संक्रमण नियंत्रण, अस्पताल प्रबंधन और सेवा की गुणवत्ता के मानकों पर आधारित होता है, जिसका उद्देश्य सरकारी अस्पतालों में बेहतर स्वच्छ एवं सुरक्षित स्वास्थ्य सेवा सुनिश्चित करना है।

*राष्ट्रीय स्तर की टीम ने किया विस्तृत निरीक्षण*

मूल्यांकन हेतु राष्ट्रीय स्तर के प्रशिक्षित मूल्यांकनकर्ताओं की एक टीम ने अस्पताल की सभी प्रमुख इकाइयों—जैसे कि वार्ड, ओपीडी, इमरजेंसी, ऑपरेशन थियेटर, प्रसव कक्ष, प्रयोगशालाएं, दवा वितरण केंद्र और अन्य सहायक सेवाओं—का बारीकी से निरीक्षण किया। टीम ने अस्पताल परिसर की साफ-सफाई, जैव-चिकित्सीय अपशिष्ट प्रबंधन, संक्रमण रोकथाम की व्यवस्था, रोगी देखभाल सेवाएं, शौचालयों की स्थिति, साफ पानी की उपलब्धता, तथा कर्मचारियों की भूमिका और व्यवहार जैसे पहलुओं पर मूल्यांकन किया।

*सेवा गुणवत्ता के प्रति निरंतर प्रयासरत: डॉ. शिव चरण हांसदा*

इस अवसर पर सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. शिव चरण हांसदा ने कहा,
“हम सदैव प्रयासरत हैं कि हमारे अस्पताल में आने वाले मरीजों को एक स्वच्छ, सुरक्षित और सम्मानजनक वातावरण मिले। कायाकल्प कार्यक्रम ने हमें एक स्पष्ट मार्गदर्शन दिया है कि कैसे हम अपनी सेवाओं को और बेहतर बना सकते हैं। यह केवल मूल्यांकन नहीं, बल्कि आत्म मूल्यांकन और सुधार की दिशा में एक अवसर है।”

*नवाचारों और श्रेष्ठ प्रथाओं की हुई प्रस्तुति*

मूल्यांकन के दौरान अस्पताल की ओर से कायाकल्प नोडल अधिकारी, नर्सिंग स्टाफ, स्वच्छता कर्मी, और प्रबंधन टीम द्वारा विभिन्न नवाचारों और सर्वोत्तम प्रथाओं का प्रदर्शन भी किया गया। इनमें नियमित संक्रमण नियंत्रण गतिविधियाँ, कचरा प्रबंधन में सुधार, मरीजों की सुविधा हेतु सूचना प्रणाली, रोगियों के फीडबैक मैकेनिज्म, और हर दिन ‘स्वच्छता निरीक्षण’ जैसी पहलें शामिल थीं। इन प्रयासों ने मूल्यांकन दल को खासा प्रभावित किया।

*कायाकल्प योजना के तहत गुणवत्ता को मिलता है प्रोत्साहन*

गौरतलब है कि कायाकल्प योजना की शुरुआत वर्ष 2015 में की गई थी। इसका उद्देश्य सार्वजनिक स्वास्थ्य संस्थानों को गुणवत्तापूर्ण सेवाओं और स्वच्छता के उच्च मानकों के लिए मान्यता और प्रोत्साहन देना है। यह योजना न सिर्फ संस्थानों को एक प्रतिस्पर्धात्मक मंच देती है, बल्कि मरीजों को बेहतर अनुभव प्रदान करने के लिए निरंतर सुधार का माध्यम भी बनती है।

*परिणाम वर्ष के अंत तक होंगे घोषित*

मूल्यांकन दल द्वारा प्राप्त रिपोर्ट एवं स्कोरिंग के आधार पर परिणाम वर्ष के अंत में घोषित किए जाएंगे, जिसमें बेहतर प्रदर्शन करने वाले अस्पतालों को प्रशस्ति पत्र एवं वित्तीय प्रोत्साहन दिया जाएगा। इससे अस्पतालों को आगे और बेहतर काम करने की प्रेरणा मिलेगी।

*समापन पर सकारात्मक ऊर्जा*

मूल्यांकन प्रक्रिया के समापन पर अस्पताल के कर्मचारियों में उत्साह और आत्मविश्वास देखा गया। सभी ने संकल्प लिया कि अस्पताल में स्वच्छता और सेवा गुणवत्ता को और भी ऊंचे स्तर पर ले जाने के लिए सतत प्रयास करते रहेंगे।

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