दुमका सेंट्रल जेल में दुष्कर्म व हत्या के आरोपी ने की आत्महत्या, सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल

न्यूज़ लहर संवाददाता
दुमका: सेंट्रल जेल में गुरुवार दोपहर एक सनसनीखेज घटना हुई जब नाबालिग भतीजी से दुष्कर्म और हत्या के आरोप में बंद एक कैदी ने बाथरूम में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। यह घटना जेल प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था और बंदियों की मानसिक स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े करती है।
जिले की सेंट्रल जेल में गुरुवार को एक गंभीर और हृदयविदारक घटना सामने आई। मसलिया थाना क्षेत्र के रहने वाले पवन राय ने जेल के बाथरूम में गमछे के सहारे फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। वह अपनी 14 वर्षीय भतीजी के साथ दुष्कर्म और हत्या के मामले में 27 अप्रैल से जेल में बंद था।
बताया जा रहा है कि 16 अप्रैल की शाम को जब उसकी भतीजी खेत में शौच के लिए गई थी, तो पवन ने उसके साथ बलात्कार कर उसकी बेरहमी से हत्या कर दी थी। अगले दिन बच्ची का शव मिलने से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई थी। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए पवन राय को 10 दिन के भीतर गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
जेल सूत्रों के अनुसार, पवन राय गिरफ्तारी के बाद से ही मानसिक रूप से बेहद परेशान था और उसने 28 अप्रैल से खाना-पीना बंद कर दिया था। हालांकि जेल अधीक्षक की समझाइश के बाद उसने 30 अप्रैल को दोबारा भोजन शुरू कर दिया था, जिससे लगा कि उसकी मानसिक स्थिति कुछ सामान्य हो रही है। लेकिन एक मई को दोपहर में नहाने के बहाने बाथरूम गया पवन राय वहां गमछे से फंदा बनाकर लटक गया।
अन्य बंदियों ने जब उसे लटका देखा तो तुरंत नीचे उतारा और जेल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजा गया। डॉक्टरों ने ईसीजी जांच के बाद उसकी मौत की पुष्टि की।
इस घटना के बाद जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया है। जेल अधीक्षक कुमार चंद्रशेखर ने बताया कि पवन राय को जीवित अवस्था में फंदे से उतारा गया था, लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो चुकी थी। उन्होंने कहा कि यह आत्महत्या किन परिस्थितियों में हुई, इसकी जांच की जा रही है। यह भी जानने की कोशिश हो रही है कि क्या पवन किसी मानसिक या बाहरी दबाव में था।
यह घटना न केवल एक गंभीर अपराध के आरोपी की आत्महत्या की ओर इशारा करती है, बल्कि जेल के अंदर कैदियों की सुरक्षा, मानसिक स्वास्थ्य और निगरानी व्यवस्था पर भी गंभीर प्रश्न खड़े करती है। पुलिस और जेल प्रशासन अब इस पूरे मामले की विस्तृत जांच में जुट गए हैं।