नरोत्तमपुर में अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस पर हुआ श्रमिकों के अधिकारों और जागरूकता पर विशेष आयोजन

न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड:पाकुड़ जिला विधिक सेवा प्राधिकार, पाकुड़ के तत्वावधान में बुधवार को नरोत्तमपुर पंचायत भवन में अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण (झालसा), रांची के निर्देशानुसार और प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष डालसा, पाकुड़ शेष नाथ सिंह के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला विधिक सेवा प्राधिकार की सचिव रूपा बंदना किरो ने की। शुरुआत राष्ट्रगान के साथ हुई।
इस अवसर पर सचिव रूपा बंदना किरो ने मजदूर दिवस के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि भारत में यह दिवस पहली बार 1923 में चेन्नई में मनाया गया था। इसका उद्देश्य श्रमिकों के अधिकारों की रक्षा, उनके योगदान की सराहना और उनके समक्ष आने वाली चुनौतियों को उजागर करना है। उन्होंने कहा कि यह दिन हमें श्रमिकों को संगठित होकर अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करने की प्रेरणा देता है। उन्होंने विशेष रूप से महिलाओं की सक्रिय भागीदारी की सराहना करते हुए कहा कि यह क्षेत्र की प्रगति का संकेत है।
प्रखंड विकास पदाधिकारी समीर अल्फ्रेड मुर्मू ने अपने संबोधन में कहा कि सरकार द्वारा मनरेगा जैसी योजनाओं के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में पात्र व्यक्तियों को सौ दिनों का रोजगार मुहैया कराया जा रहा है। इसके माध्यम से मजदूरों का पलायन रोकने और उन्हें स्थानीय स्तर पर रोजगार से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है।
कार्यक्रम में लीगल एड डिफेंस काउंसिल सिस्टम के सहायक अज़फर हुसैन, पंचायत के मुखिया और अन्य वक्ताओं ने मजदूरों के अधिकारों एवं कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देकर जागरूकता फैलाई। कार्यक्रम का संचालन इंडियन नेशनल एसोसिएशन के अध्यक्ष जेड एच बिस्वास ने किया।
इस अवसर पर डालसा के सहायक नंदलाल पाल, माला सिन्हा, रूप विश्वास, मोनल कुमारी, नंदनी बर्मन, अब्दुल वश्य, सलिम रशिद अंसारी, मंगल सोरेन, मोलिना, पीएलवी याकूब अली, उत्पल मंडल, नीरज कुमार राउत समेत अनेक ग्रामीण और गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।