आकांक्षी प्रखंड मुसाबनी की विकास योजनाओं की समीक्षा, सभी क्षेत्रों में गुणात्मक सुधार के निर्देश

न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड।पूर्वी सिंहभूम जिला
समाहरणालय सभागार में जिला दण्डाधिकारी सह उपायुक्त अनन्य मित्तल की अध्यक्षता में आकांक्षी प्रखंड मुसाबनी के विकास कार्यों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, कृषि, समाज कल्याण और आधारभूत संरचना सहित कुल 39 प्रमुख संकेतकों (इंडिकेटर्स) की गहन समीक्षा की गई।
बैठक के दौरान उपायुक्त ने कम प्रदर्शन करने वाले संकेतकों पर विशेष चर्चा करते हुए संबंधित विभागों को निर्देश दिया कि प्रत्येक इंडिकेटर में गुणात्मक सुधार सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि नीति आयोग द्वारा निर्धारित मापदंडों के अनुरूप योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन आवश्यक है, ताकि क्षेत्र की सामाजिक और आर्थिक स्थिति में ठोस सुधार लाया जा सके।
उन्होंने विकास योजनाओं की प्रभावशीलता बढ़ाने के लिए नियमित डेटा अद्यतन, विभागीय स्तर पर एक-एक मॉडल प्रोजेक्ट की पहचान और सफल क्रियान्वयन, सीएसआर योजनाओं के समन्वय से दोहराव रोकने तथा सभी योजनाओं को ‘सेचुरेशन मोड’ में लागू करने के निर्देश दिए।
उपायुक्त ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं की सुलभता, विद्यालयों में नामांकन और उपस्थिति दर, पोषण स्तर, किसानों तक सरकारी योजनाओं की पहुंच और बुनियादी परियोजनाओं की प्रगति में तेज़ी लाना अनिवार्य है। साथ ही जनभागीदारी और हाशिए पर रह गए वर्गों की सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित करनी होगी, ताकि योजनाएं जमीनी स्तर तक प्रभावी तरीके से पहुंचे।
बैठक में उपायुक्त ने अधिकारियों को नियमित फील्ड विजिट करने का निर्देश देते हुए कहा कि जनता के साथ संवाद और निगरानी ही विकास को गति दे सकते हैं।
इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ. साहिर पाल, एसीएमओ डॉ. जोगेश्वर प्रसाद, जिला योजना पदाधिकारी मृत्युंजय कुमार, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी श्रीमती संध्या रानी, एलडीएम, डीईओ, बीडीओ और सीओ मुसाबनी, एमओआईसी, टाटा स्टील फाउंडेशन एवं मणिपाल टाटा मेडिकल कॉलेज के प्रतिनिधि सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।