नक्सलियों के साथ जंग की याद दिलता शाहिद जवानों का धारधरिया जलप्रपात 2011 की घटना थाना परिसर में धरधरिया जलप्रपात प्रारूप स्थल पर सर्कल पुलिस इंस्पेक्टर एवं अन्य पुलिस पदाधिकारियों ने शहीद जवानों को दिया श्रधांजलि
न्यूज़ लहर संवाददाता
लोहरदगा: धरधरिया जलप्रपात के समीप वर्ष 2011 में तीन मई को भाकपा माओवादी नक्सली संगठन से लोहा लेते हुए जिला पुलिस बल एवं सीआरपीएफ के शाहिद 11 जवान को याद करते हुए सेन्हा थाना परिसर में शहादत दिवस मनाया गया। विदित हो कि लोहरदगा जिला अंतर्गत सेन्हा थाना क्षेत्र के सुदुर्वर्ती पठारी क्षेत्र उरु चटकपुर धरधरिया जल प्रपात के समीप भाकपा माओवादी नक्सली संगठन से जिला बल एवं सीआरपीएफ के जवान अपने वीरता का परिचय देते हुए वीरगति प्राप्त किए थे। जिसके याद में प्रत्येक वर्ष सेन्हा थाना परिसर में धरधरिया जलप्रपात प्रारूप स्थल निर्माण कर उन शाहिद जवानों को याद कर श्रधांजलि दिया जाता है। इसी के तहत 3 मई 2025 को सेन्हा थाना में कार्यरत पुलिस पदाधिकारी एवं जवानों के द्वारा शाहिद जवानों को नमन करते हुए श्रधांजलि दिया गया। जबकि उस घटना में जिंदगी मौत के जंग लड़ते हुए बहादुरी दिखने वाले जवान को विभाग की ओर से प्रमोशन दिया गया और सम्मान दिया जा रहा है। जो आज सेन्हा थाना में ए एस आई के पद पर कार्यरत जमशेद खान को अंगवस्त्र देकर पुलिस इंस्पेक्टर के द्वारा समानित किया गया। गौरतलब हो कि शायद ही कोई धरधरिया जलप्रपात के नाम से अब परिचित न हो। यह नाम प्रकृति की सबसे सुंदर तस्वीरों और उग्रवादी संगठन के खिलाफ जंग में नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब देने वाले जवानों को हमेशा याद रखा जाएगा। जानकारी के अनुसार सेन्हा प्रखंड मुख्यालय से 14 किलोमीटर दूर सेन्हा प्रखंड का धरधरिया जलप्रपात अपने आप में एक अलग पहचान है। जो उरु चटकपुर साके एवं गणेशपुर पथ में धरधरिया जलप्रपात का पानी करीब 50 फीट से भी ज्यादा ऊंचाई से पत्थरों से टकराता हुआ नीचे गिरता है तो किसी का भी मन मोह लेता है। पत्थरों से दो-दो हाथ करता हुआ यहां का पानी बह कर नदी में तब्दील हो जाता है। तीन मई 2011 को भाकपा माओवादी नक्सली संगठन से लोहा लेते हुए जिला पुलिस बल और सीआरपीएफ के 11 जवान शहीद हो गए थे। इस घटना में 58 जवान गंभीर रूप से घायल हुए थे। जिला पुलिस बल के पांच और सीआरपीएफ के छह जवानों को शहादत मिली थी। इसके बाद बड़ी-बड़ी घोषणाएं हुईं। इस पर्यटन स्थल को एक स्मृति चिह्न के रूप में याद करने की बात कही गई। पर्यटन विकास के दावे किए गए। एक-दो साल यहां पर लोग पहुंचे भी। धरधरिया जलप्रपात के नीचे शहीदों को श्रद्धांजलि भी दी गई। पर फिर न जाने वे वादे और यादें कहां खो कर रह गईं। धरधरिया जलप्रपात आज भी अपने विकास की बाट जोह रहा है। कह रहा है जैसे शहादत के वह साल और वह पल भूले नहीं जा सकते। सेन्हा प्रखंड के बाजार डांडू मोड़ से धरधरिया जलप्रपात स्थल तक आज भी सड़क काफी जर्जर है। श्रधांजलि अर्पित के दौरान मुख्य रूप से सर्कल पुलिस इंस्पेक्टर सुधीर साहू थाना प्रभारी वारिश हुसैन,एस आई अविनाश कुमार राम,पंकज यादव,ए एस आई अलबिना लकड़ा सहित अन्य पुलिस पदाधिकारी एवं जवान शामिल थे।












