Regional

नफरत नहीं, अधिकार चाहिए: जमशेदपुर में एलजीबीटीक्यूआईए+ समुदाय का शांतिपूर्ण प्रदर्शन”

न्यूज़ लहर संवाददाता

जमशेदपुर। भाजपा सांसद डॉ. निशिकांत दुबे द्वारा LGBTQIA+ समुदाय को लेकर दिए गए विवादित और अपमानजनक बयान के खिलाफ आज जमशेदपुर में एक शांतिपूर्ण लेकिन दृढ़ विरोध प्रदर्शन हुआ। पूर्वी सिंहभूम ज़िले के उपायुक्त कार्यालय (DC ऑफिस) के समक्ष आयोजित इस प्रदर्शन में LGBTQIA+ समुदाय, महिला संगठनों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, छात्रों और नागरिकों सहित 50 से अधिक लोगों ने भाग लिया।

प्रदर्शनकारी हाथों में इंद्रधनुषी ध्वज, संविधान की प्रतियां और नफरत के खिलाफ संदेश लिए हुए थे। उन्होंने शांतिपूर्ण ढंग से अपना विरोध दर्ज कराते हुए स्पष्ट किया कि उनका अस्तित्व कोई अपराध नहीं, बल्कि उनका संवैधानिक अधिकार है।

प्रदर्शन के अंत में सामाजिक कार्यकर्ता सौविक साहा के नेतृत्व में एक ज्ञापन उपायुक्त को सौंपा गया, जिसमें सांसद के बयान की संवैधानिक दायरे में निंदा करने, समुदाय की सुरक्षा और सम्मान की गारंटी देने और भविष्य में भेदभाव को रोकने के लिए ठोस नीतियाँ लागू करने की माँग की गई। ज्ञापन पर 50 से अधिक संगठनों, शिक्षकों, विद्यार्थियों और आम नागरिकों के हस्ताक्षर थे।

प्रदर्शन के दौरान ट्रांसजेंडर कार्यकर्ता पूनम किन्नर ने कहा, “हमारा जीवन किसी की राजनीति का हिस्सा नहीं है। आज हमने अपने अधिकारों के लिए आवाज़ उठाई है।” युवा प्रतिभागी ऋषिका ने कहा, “हम सिर्फ विरोध नहीं कर रहे, हम संविधान के तहत अपनी जगह का दावा कर रहे हैं।”

प्रदर्शनकारियों ने तीन प्रमुख माँगें रखीं — सांसद के बयान की लोकतांत्रिक निंदा, LGBTQIA+ समुदाय की सुरक्षा हेतु जिला प्रशासन द्वारा ठोस पहल, और प्रशासन, पुलिस तथा शिक्षकों के लिए जेंडर-संवेदनशीलता पर प्रशिक्षण कार्यक्रम।

यह विरोध केवल एक घटना नहीं, बल्कि एक स्पष्ट और संगठित संदेश था — LGBTQIA+ समुदाय अपने अधिकारों और सम्मान के लिए अब मजबूती से खड़ा रहेगा।

Related Posts