चाईबासा में “ऑपरेशन सिंदूर” के शहीदों को श्रद्धांजलि स्वरूप तिरंगा यात्रा का आयोजन*

न्यूज़ लहर संवाददाता
चाईबासा: भारतीय सेना के अद्वितीय शौर्य और “ऑपरेशन सिंदूर” के वीर शहीदों को नमन करने हेतु 16 मई 2025, शुक्रवार को प्रातः 9:00 बजे एक भव्य तिरंगा यात्रा का आयोजन किया जा रहा है। यह यात्रा सरायकेला मोड़ से पोस्ट ऑफिस चौक, चाईबासा तक निकाली जाएगी, जिसका उद्देश्य शहीदों के बलिदान को जन-जन तक पहुंचाना और राष्ट्रभक्ति की भावना को प्रबल करना है।
यात्रा की शुरुआत धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण से होगी, वहीं समापन शहीद राम भगवान केर्केट्टा को श्रद्धांजलि अर्पित कर किया जाएगा। यह आयोजन न केवल एक श्रद्धांजलि है, बल्कि एक जन-संकल्प भी है कि शहीदों की कुर्बानी को भुलाया नहीं जाएगा।
सामाजिक समरसता का उदाहरण बनेगी तिरंगा यात्रा
इस तिरंगा यात्रा में आम नागरिकों के अलावा छात्र-छात्राएं, सामाजिक संस्थाएं, व्यापारी संगठन, खेल जगत, महिला संगठन, धार्मिक संस्थाएं और मीडिया प्रतिनिधि भी शामिल होंगे। आयोजन समिति ने इसे एक प्रेरणादायक आयोजन बनाने के लिए व्यापक तैयारियां की हैं।
*पूर्व सांसद गीता कोड़ा ने की समन्वय बैठक*
यात्रा की पूर्व संध्या पर पूर्व सांसद गीता कोड़ा की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसमें चाईबासा के प्रतिष्ठित संगठनों और समाजसेवियों ने भाग लिया। बैठक में चाईबासा मारवाड़ी सभा के पवन खिरवाल, चैंबर अध्यक्ष मधुसूदन अग्रवाल, गुरु सिंह सभा के गुरमुख सिंह खोखर, हिंदू जागरण मंच के जय गिरी गोस्वामी, विश्व हिंदू परिषद के अंबर मधुर, महावीर मंडल के रंजीत यादव, लायंस क्लब के साकेत चोबे, रोटरी क्लब के हर्ष मिश्रा, बंगाली सेवा समिति के काबू दत्ता, चाईबासा बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रामेश्वर पासवान, अंजुमन इस्लामिया के फैयाज खान, वीरांगना वाहिनी की सोनी गोपालन, निषाद समाज के रोहन निषाद सहित सैकड़ों गणमान्यजनों ने भाग लिया।
*बैठक में लिया गया संकल्प*
बैठक में उपस्थित अनूप सुल्तानिया, प्रताप कटिहार महतो, पवन शर्मा, अक्षय अत्री, समीर पाल सहित अन्य सदस्यों ने यह संकल्प लिया कि यह तिरंगा यात्रा वीर शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि होगी और आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी।
जनता से भागीदारी की अपील
जिला अध्यक्ष संजय पाण्डेय ने जिलेवासियों से इस तिरंगा यात्रा में सहभागी बनने की अपील करते हुए कहा, “यह केवल एक यात्रा नहीं, बल्कि हमारी देशभक्ति का प्रतीक और सेना के प्रति सम्मान का सार्वजनिक प्रदर्शन है।”